थोड़े से पैसे जोखिम बड़ा इस मौके पर उन्होंने कहा कि चार सौ पांच सौ रुपए को बचाने के लिए हम अस्पताल में पहुंच जाते हैं। थोटी चोट का बड़ा बिल भरना पड़ता है। हैलमेट अच्छा है या चोट। इसके अलावा चालान के फैर में चोर की तरह से छिप छिप कर निकलना पड़ता है। इससे अच्छा है हैलमेट लगा लो।
फिर बजी शहनाई
इससे पहले सुबह से ही आयोजन स्थल पर मांगलिक आयोजनों की रौनक नजर आई। कोटा बूंदी, भीलवाड़ा, इटावा समेत अन्य जगहों से 8 जोड़े आए। गणेपति स्थापना के साथ मांगलिक कार्यक्रमों की शुरूआत हुई। विभिन्न रीति रिवाजों, गीतों की मधुर धुनों के बीच आयोजन होते रहे। दोपहर बारात निकाली। इसमें लोगो ने नृत्य भी किया। प्रमुख मार्गों से होते हुए बारात छात्रावास परिसर लौटी जहां तोरण की रस्म अदायगी के बाद दूल्हा दुल्हनों ने फैरे लिए।
इससे पहले सुबह से ही आयोजन स्थल पर मांगलिक आयोजनों की रौनक नजर आई। कोटा बूंदी, भीलवाड़ा, इटावा समेत अन्य जगहों से 8 जोड़े आए। गणेपति स्थापना के साथ मांगलिक कार्यक्रमों की शुरूआत हुई। विभिन्न रीति रिवाजों, गीतों की मधुर धुनों के बीच आयोजन होते रहे। दोपहर बारात निकाली। इसमें लोगो ने नृत्य भी किया। प्रमुख मार्गों से होते हुए बारात छात्रावास परिसर लौटी जहां तोरण की रस्म अदायगी के बाद दूल्हा दुल्हनों ने फैरे लिए।
लोगों ने उन्हें आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी रति रंजन जोशी रहे। समिति के अध्यक्ष प्रदीप दाधीच, महामंत्री नागेश दाधीच, युवा मंडल के कपिल दाधीच, आशीश पोलगला, महिला मंडल से माया दाधीच व उषा शर्मा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
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ढेरों उपहार समिति की ओर से पंखा, डबल बेड, प्रेस,ट्रॉली बैग, दुल्हन को लोंग, मंगलसूत्र, पायजेब समेत अन्स आभूषण समेत अन्य कई उपहार दिए। समाज के लोगों ने भी भेंट दी। ताकि चलें धर्म की राह
ढेरों उपहार समिति की ओर से पंखा, डबल बेड, प्रेस,ट्रॉली बैग, दुल्हन को लोंग, मंगलसूत्र, पायजेब समेत अन्स आभूषण समेत अन्य कई उपहार दिए। समाज के लोगों ने भी भेंट दी। ताकि चलें धर्म की राह
पूर्व तहसीलदार ओमप्रकाश दाधीच ने दूल्हा दुल्हन को लड्डृूगोपाल का विग्रह भेंट किया। साथ ही उन्हें कहा कि सुबह जल्दी उठें, ईश्वर को अवश्य याद करें।