OMG! वर्ष 2018 में भारत में सूर्यग्रहण नहीं आएंगे नजर, जानिए आप पर क्या होगा इसका असर
राजस्थान पत्रिका ने चेताया था राजस्थान पत्रिका ने 23 सितम्बर व 20 नवम्बर को एमबीएस व जेके लोन अस्पतालों में जुगाड़ से चल रही सोनोग्राफी मशीनों के कभी भी बंद होने को लेकर समाचार प्रकाशित किया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन द्वारा सुधार के कोई प्रयास नहीं किए गए। हालात यह हो गए है कि एमबीएस अस्पताल की तीनों सोनोग्राफी मशीनें एक-एक कर बंद हो गई है। वैकल्पिक तौर पर कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है। इसके चलते मरीजों को मजबूरन बाहर का रास्ता देखना पड़ रहा है।मोदी सरकार पर बोले चीता: वो पूछते थे क्यों मारा, ये कहते हैं उन्होंने एक मारा तुम दो मारो…
प्रतिदिन होती 40 से 45 सोनोग्राफी एमबीएस की ही माने तो प्रतिदिन यहां 40 से 45 सोनोग्राफी जांच होती है। इनमें से आईपीडी व इमरजेंसी के ही मरीजों की सोनोग्राफी की जाती है। आउटडोर मरीजों को 10 दिन बाद की तिथि दे रहे हैं। इन तिथियों में भी सोनोग्राफी हो जाए, इसकी गारंटी नहीं है।एमबीएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीके तिवारी का कहना है कि अस्पताल के लिए आरएमआरएस से 20 लाख की नई मशीन के लिए हमने ऑर्डर कर दिए है। प्रिंसिपल भी जेके लोन अस्पताल के लिए नई मशीन खरीद रहे है। सरकार से भी नई मशीन खरीद की मांग की है। मशीन को ठीक करने के लिए मैकेनिक को बुलाया था।