प्रतियोगिता के संयोजक राजेन्द्रपाल सिंह और सुनील धाबाई ने बताया कि 17 वर्षीय मुकाबलों में 46 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में भीलवाड़ा के प्रशांत विश्नोई ने कोटा के दीपक गुर्जर को हराकर स्वर्ण पदक जीता। दीपक को रजत से संतोष करना पड़ा। धौलपुर के रामलखन और राजसमंद के राजेश गादरी ने कांस्य पदक जीता। 85 किग्रा भार वर्ग में अलवर के शमशाद ने झुंझुनुं के कश्मीर को पराजित कर स्वर्ण पदक जीता।
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दशहरा मेला – इवेंट फाइनल हुए न कवि, क्या कर रहे हैं अधिकारीकश्मीर को रजत व भीलवाड़ा के पवन माली और अजमेर के अंशु को कांस्य पदक मिला। प्रेस समिति के संयोजक डॉ. अतुल चतुर्वेदी ने बताया कि 19 वर्षीय आयु के 46 किग्रा भारवर्ग में भरतपुर के नवीन ने हनुमानगढ़ के शिवकुमार को चित कर स्वर्ण पदक जीता, वहीं शिवकुमार को रजत व भीलवाड़ा के अनिल कुमार और चूरू के योगराज को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। 96 किग्रा भार वर्ग में अलवर के नीतिश ने गंगानगर के राजू को पछाड़कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया, वहीं राजू को रजत पदक व टोंक के मुबीन खान और जयपुर के मानसिंह राठौड़ को कांस्य पदक मिला।
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बुजुर्ग की दिलेरी देख स्कूटर छोड भागा चेन लुटेरा वूशु खिलाडियों ने किया प्रदर्शन
राष्ट्रीय दशहरा मेले में पहली बार आयोजित होने वाली चम्बल टाइटल वूशु कप की तैयारी पूर्ण होने के बाद रविवार को नगर निगम परिसर में महापौर महेश विजय, मेला समिति अध्यक्ष राममोहन मित्रा, पार्षद भगवान गौतम, नरेश मालव, विकास तंवर, प्रेमशंकर व मेला अधिकारियों की उपस्थिति में कोटा टीम में चयनित वूशु खिलाडि़यों का प्रदर्शन हुआ। जिला वूशु एसोसिएशन के महासचिव अशोक गौतम ने बताया कि खिलाडि़यों के प्रदर्शन को देखकर सभी जनप्रतिनिधि व अधिकारी संतुष्ट नजर आए व अगले वर्ष इस प्रतियोगिता को और भी भव्य रूप में आयोजित करने के प्रयास करने पर जोर दिया।