बजट में इसे स्वीकृति मिली तो इसकी विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी। इस शेड में हर माह 100 लोको के रख रखाव की क्षमता होगी। कोटा मंडल की ओर से कई साल पहले पहले भी एक बार इसका प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन उसे स्वीकृति नहीं मिली। अब दुबारा इसका प्रस्ताव भेजा है। कोटा में लोको शेड बनने पर इलेक्ट्रिक इंजनों का रख रखाव आसानी से हो सकेगा। अभी तुगलकाबाद शेड में कोटा में इंजनों का रख रखाव किया जाता है। रेलवे अधिकारियों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के समक्ष इसका प्रजेंटेशन दिया और बोर्ड से इस प्रस्ताव की स्वीकृति दिलाने का अनुरोध किया। इसके अलावा कोटा में मेमू ट्रेन के रखरखाव के लिए भी शेड के निर्माण की योजना भी तैयार की गई है। इसका प्रस्ताव भी बोर्ड को भेजा जा चुका है। इसमें 10 मेमू रेक का रख रखाव किया जा सकेगा। इस शेड के निर्माण पर 82.19 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
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