शहर के तलवंडी स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत पर मंगलवार को परिजनों ने जमकर हंगामा करते हुए काउंटर पर तोडफ़ोड़ की और शीशे तोड़ दिए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुुंची और समझाइश की पर परिजन नहीं माने। बाद में अस्पताल में आरएसी बल तैनात कर दिया गया, जिसने भीड़ को तितर-बितर किया।
एएसपी राजेश मील के अनुसार मृतक के परिजनों का कहना है कि मरीज इटावा के लुहावद निवासी मोहनलाल मीणा को २१ सितम्बर को रक्तचाप कम होने की शिकायत पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। तीन दिन के इलाज के बाद रोगी की मृत्यु हो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ने इसके बावजूद डेढ़ लाख का बिल थमा दिया, जबकि ४५ हजार रुपए वे पहले ही जमा करवा चुके थे। परिजनों के अनुसार अस्पताल प्रशासन उनसे और रुपयों की मांग करने लगा। अस्पताल के निदेशक आरके अग्रवाल के अनुसार मोहनलाल को गंभीर स्थिति में लाया गया था। जांच में उसके दोनों फेंफड़ों में निमोनिया पाया था। उसे वेन्टिलेटर पर ले रखा था। मरीज के जीवित बचने की काफी कम संभावना की बात अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को सुबह ही बता दी थी। इसके बाद परिजनों से आगे के उपचार की लिखित स्वीकृति भी ली गई।