उखड़े पड़े हैं पांच कमरों के फर्श उल्लेखनीय है कि यहां बरसों से स्कूल के कक्षों की मरम्मत नहीं हुई। पांचों कक्षों के फर्श उखड़े पड़े हैं। करीब दो माह पूर्व मरम्मत के लिए ढाई लाख रुपए भी स्वीकृत हो गए। टेंडर समेत अन्य प्रक्रिया भी ग्राम पंचायत ने पूर्ण कर ली। लेकिन अभी तक भी काम शुरू नहीं हुआ।
विद्यालय प्रशासन भी नाराज- स्वीकृति के बाद भी कार्य शुरू नहीं होने पर विद्यालय प्रशासन ने भी नाराजगी जताते हुए जल्द कार्य शुरू करने की मांग रखी। रेती के कारण अटका है कार्य
इधर, मामले को लेकर जब पत्रिकाडॉटकॉम ने दीगोद सरपंच प्रेमलता मीणा से बात की तो उन्होंने कहा कि स्कूल के कमरों की मरम्मत के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। लेकिन उच्चतम न्यायालय की ओर से बजरी पर रोक के चलते मरम्मत शुरू नहीं हो पा रही है। जैसे ही रेत की व्यवस्था हो जाएगी, यहां फर्श मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
इधर, मामले को लेकर जब पत्रिकाडॉटकॉम ने दीगोद सरपंच प्रेमलता मीणा से बात की तो उन्होंने कहा कि स्कूल के कमरों की मरम्मत के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। लेकिन उच्चतम न्यायालय की ओर से बजरी पर रोक के चलते मरम्मत शुरू नहीं हो पा रही है। जैसे ही रेत की व्यवस्था हो जाएगी, यहां फर्श मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया जाएगा।