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Teesta River Accident: भारतीय नौसेना ने संभाली रेस्क्यू की कमान, विशाखापट्टनम से मंगाए हाईटेक उपकरण

Teesta River Accident, Indian Navy Start search operation: तीस्ता नदी में लापता हुए बूंदी के दो युवकों व चालक का 8वें दिन भी पता नहीं चला। भारतीय नौसेना ने रेस्‍क्‍यू की कमान संभाल ली है।

कोटाJul 18, 2019 / 03:54 am

​Zuber Khan

Teesta River Accident: भारतीय नौसेना ने संभाली रेस्क्यू की कमान, विशाखापट्टनम से मंगाए हाईटेक उपकरण

बूंदी. सिलीगुड़ी ( Siliguri ) इलाके में सिक्किम ( Sikkim ) रोड स्थित तीस्ता नदी ( Teesta River Accident ) में लापता हुए बूंदी के दो युवकों, चालक व कार का बुधवार को आठवें दिन भी कुछ पता नहीं चल सका। पूरे दिन एनडीआरएफ की टीम सर्च करती रही। ( NDRF TEAM ) आठ दिन बाद भी जांच अभियान महज खानापूर्ति ही साबित हुआ। ऐसे में विशाखापट्टनम से नेवी के अधिकारी ( Indian Navy ) भी यहां पहुंचे।
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आर्मी की इंजीनियरिंग टीम ( Indian army ) भी मौके पर रही। दोनों के अधिकारियों ने घटना स्थल, नदी व परिस्थितियों के अनुसार रेस्क्यू ऑपरेशन ( Rescue operation ) को लेकर रिपोर्ट तैयार की। जिसे दिल्ली में उच्च अधिकारियों को भेजा गया। सिलीगुड़ी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेवी ने नदी में रेस्क्यू करने के लिए आधुनिक उपकरणों की आवश्यकता जाहिर की है।
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नेवी ने इसके लिए विशाखापट्टनम से उपकरण मंगाए हैं। जो गुरुवार सुबह तक पहुंचने की उम्मीद है। उनके आने के बाद नेवी संयुक्त रूप से अपना काम शुरू करेगी। वहीं पश्चिम बंगाल (‎ West Bengal ) के पर्यटन मंत्री बुधवार को फिर से घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( CM Mamata Banerjee ) को घटना से अवगत करा दिया है, उनके निर्देश पर ही कार्रवाई हो रही है। हमारी तरफ से पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।

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रक्षा मंत्री से की बात, मिला आश्वासन
सिलीगुढ़ी के भाजपा जिलाध्यक्ष अभीजीत रॉय चौधरी भी घटना स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने परिजनों व लोगों से बातचीत की। जिलाध्यक्ष ने बताया कि रक्षा मंत्री को पत्र भेजकर आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराने व लापता युवकों का पता लगाने की मांग की है। इसके साथ ही रक्षा मंत्री को फोन पर पूरी घटना से अवगत कराया है। जिस पर मंत्री ने तमाम आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। वहीं दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ट ने भी रक्षा मंत्री से बात कर मदद मांगी है।
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मदद को संस्थाएं आई आगे
बूंदी के लापता युवकों व चालक का पता नहीं लगने से सिलीगुड़ी के लोगों में रोष है। बीते दो दिनों से तीस्ता नदी के पास कोरोनेशन ब्रिज पर बड़ी संख्या में महिला व पुरुषों की भीड़ लगी हुई है। ब्रिज पर लगातार भीड़ बढ़ रही है। जिससे पश्चिम बंगाल सरकार व स्थानीय प्रशासन चिंतित है। लोगों ने जल्द परिणाम नहीं आने पर आंदोलन व भूख हड़ताल की चेतावनी भी दी है। वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे जवानों के लिए सिलीगुड़ी की टैक्सी यूनियन व विभिन्न संगठनों के लोगों ने भोजन की व्यवस्था की है। घटना स्थल के आस-पास छह से सात किलोमीटर तक खाने पीने की कुछ व्यवस्था नहीं है। ऐसे में विभिन्न संगठनों के लोग आगे आए, उन्होंने काम में जुटे लोगों के लिए भोजन व पानी की व्यवस्था की है। इस काम में सभी समाजसेवी संगठनों के लोग जुट गए हैं।
एसीइओ जाएंगे पश्चिम बंगाल
तीस्ता नदी में लापता युवकों का पता लगाने के मामले में जिला कलक्टर रुक्मणि रियार ने सहायता विभाग के शासन सचिव से वार्ता की है। इसके तहत जिला कलक्टर ने जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी करतार सिंह को हवाई मार्ग से पश्चिम बंगाल के बागडोगरा जाने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार सुबह सिंह बंूदी से रवाना हो जाएंगे। वहां पहुंचकर सिंह स्थानीय पुलिस, प्रशासन से समन्वय स्थापित कर लापता युवकों को शीघ्र तलाश करवाने की कार्रवाई करवाएंगे।
ये थी घटना
गौरतलब है कि बूंदी के चैनरायजी का कटला निवासी अमन गर्ग (26), कागदी देवरा निवासी गोपाल नरवानी (24) व देवपुरा निवासी गौरव शर्मा (28) बंूदी से गंगटोक भ्रमण के लिए गए थे। वे 10 जुलाई सुबह 10.30 बजे सिलीगुडी के बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरे थे। जहां से किराए की कार से गंगटोक के लिए निकल गए थे। दोपहर 12.30 बजे सड़क पर पड़ी मिट्टी में कार फिसलकर तीस्ता नदी में जा गिरी। कार में चालक सहित चार जने थे। जिसमें से तीन दिन बाद गर्ग का शव मिल गया था, लेकिन चालक व दो युवकों का कुछ पता नहीं चला।

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