scriptवन्यजीवों की ओर बढ़ाया दोस्ती का हाथ, टाला टकराव | The case of Mukundara Hills Tiger Reserve in Kota | Patrika News
कोटा

वन्यजीवों की ओर बढ़ाया दोस्ती का हाथ, टाला टकराव

कोरोना महामारी व लॉकडाउन के चलते लोग जरूरतमंदों की सेवा में जुटे हैं। कई प्रकृति प्रेमी पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी व पशु आहार की व्यवस्था कर रहे हैं तो जवाहर सागर रेंज में स्थित पन बिजलीघर के अधिकारी व कर्मचारी वन्यजीवों के लिए पानी की व्यवस्था में जुटे हुए हैं।

कोटाMay 08, 2020 / 10:22 pm

Haboo Lal Sharma

जवाहर सागर रेंज में वन्यजीवों के लिए पानी की व्यवस्था में जुटे

वन्यजीवों की ओर बढ़ाया दोस्ती का हाथ, टाला टकराव

कोटा. कोरोना महामारी व लॉकडाउन के चलते लोग जरूरतमंदों की सेवा में जुटे हैं। कई प्रकृति प्रेमी पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी व पशु आहार की व्यवस्था कर रहे हैं तो जवाहर सागर रेंज में स्थित पन बिजलीघर के अधिकारी व कर्मचारी वन्यजीवों के लिए पानी की व्यवस्था में जुटे हुए हैं। वह हर दिन वन्यजीवों के लिए जंगल में पानी की व्यवस्था करते हैं। रेंज में वन्यजीवों के लिए हर दिन ढाई हजार लीटर पानी पहुंचा रहे हैं। गर्मी में वन्यजीवों का हलक तर हो रहा है और वन्यजीवों से खुद की भी सुरक्षा जो रही है।
यह भी पढ़ें
जरूरतमंदों की सेवा के लिए बढ़ता जा रहा कारवां

रास्ते में होता था सामना
बिजलीघर के अधिशासी अभियंता विजय चौधरी बताते हैं कि वह गत ४ सालों से जवाहर सागर क्षेत्र स्थित पन बिजलीघर में कार्यरत हैं। पहले गर्मी में मार्च-अप्रेल में कर्मचारियों का भालू, जरख, सियार जैसे वन्यजीव से रास्ते में सामना हो जाता था। इससे वन्यजीवों से टकराव की आंशका व इससे कर्मचारियों को भय लगता था। इस कारण उन्होंने महसूस किया कि ये वन्यजीव पानी की तलाश में आते थे। गत वर्ष प्लांट से चार से पांच किलोमीटर की दूरी पर बोरकुई वन क्षेत्र में वाटर पॉइंट बनाकर इसमें पानी भरवाना शुरू किया। जब से पानी की व्यवस्था की है, तब से वन्यजीवों का रास्ते में आना बंद हो गया है।
प्रतिदिन केन्द्रों पर अधिकतम 120 किसानों से हो सकेगी तुलाई


पहाडियों से घिरा है जवाहर सागर

वाइल्ड लाइफर बनवारी यदुवंशी बताते हैं कि जवाहर सागर डेम जो मुकुंदरा हिल्स की ऊंची पहाडि़यों के घिरा है। यहां एक छोटा सा गांव है। इसकी आबादी 400से 500 के आसपास है। इससे लोगों की आवाजाही रहती है। डेम पर पावर प्लांट में कर्मचारियों का भी आना-जाना लगा रहता है। रात में खतरा अधिक हो जाता है। रेंज ऑफिसर बिम्बाधर शर्मा बताते हैं कि वन्यजीवों के लिए पानी उपलब्ध करवाना कर्मचारियों की अच्छी पहल है। वन्यजीव भोजन व पानी की तलाश में ही जंगल से बाहर निकलते हैं।

नहीं है पानी की समस्या
इधर, मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व के उप वन संरक्षक टी. मोहन राज ने बताया कि आवश्यकता के अनुसार विभाग ने टाइगर रिजर्व में गागरोन, दरा, बोराबास व जवाहर सागर में चार वाटर पॉइंटों पर पानी की व्यवस्था की है। शेष स्थानों पर गत वर्ष हुई अच्छी बारिश पानी की समस्या नहीं आई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो