चम्बल नदी में क्रूज चलाने की योजना आगे बढ़ेगी
सर्वे में कोटा बैराज से जवाहर सागर तक क्रूज के लिए उपयुक्त माना गया है। 30 किमी लम्बे मार्ग में कोटा बैराज, गढ़ पैलेस, हैंगिग ब्रिज, कोटिया भील का महल, गेपरनाथ, गरडिया महादेव जैसे दर्शनीय स्थलों को शामिल किया जाएगा।
चम्बल नदी में क्रूज का संचालन के लिए प्रशासन की ओर से डिटेल रिपोर्ट के साथ प्रस्ताव तैयार किया रहा है।
कोटा. चम्बल नदी में क्रूज का संचालन के लिए प्रशासन की ओर से डिटेल रिपोर्ट के साथ प्रस्ताव तैयार किया रहा है। इसके लिए आगामी 27 नवम्बर 2020 को संबंधित अधिकारियों की बैठक होगी। जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ इसकी अध्यक्षता करेंगे। पर्यटन विभाग के उप निदेशक विकास पंडया ने बताया कि बैठक में चम्बल नदी में क्रूज संचालन के संबंध में विभागों द्वारा तैयार कार्य योजना के संबंध में चर्चा की जाएगी।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इसके लिए पिछले एक साल से प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने गत 23 सितंबर को दिल्ली में अधिकारियों की बैठक भी ली थी। इसमें जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मंडविया ने अधिकारियों को डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए थे। चम्बल नदी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जानी जाती है। टाइगर रिजर्व स्थापित होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा को जंगल सफारी के साथ-साथ वॉटर सफारी के लिए भी मुफीद बनाने के प्रयास कर रहे हैं। मंत्रालय ने फरवरी में प्रारंभिक सर्वे किया था।
प्रारंभिक सर्वे में कोटा बैराज से जवाहर सागर तक क्रूज के लिए उपयुक्त माना गया है। 30 किमी लम्बे मार्ग में कोटा बैराज, गढ़ पैलेस, हैंगिग ब्रिज, कोटिया भील का महल, गेपरनाथ, गरडिया महादेव जैसे दर्शनीय स्थलों को शामिल किया जाएगा।