धोखााधड़ी के शिकार लखन दत्त शर्मा, महेन्दर सिंह तथा अर्जुन अहीरे ने बताया कि उत्तरप्रदेश के चंदिया हजारा पीलीभीत निवासी सुशांत मण्डल ने क्षेत्र में दो दर्जन लोगों को विदेश भेजने के नाम पर प्रत्येक से 70-70 हजार रुपए वसूल कर लिए और विदेश भी नहीं भेजा।
ऐसे की धोखाधड़ी जानकारी के अनुसार रावतभाटा के चारभुजा निवासी अजय सिंह व उसके पिता शमशेर सिंह ने आरोपी सुशांत को अपनी पहचान वाला बताया था। इस कारण सभी लोग आरोपी के झांसे में आ गए। सुशांत ने मलेशिया में नौकरी दिलवाने का खर्च 70 हजार रुपए बताया था। उसने यह राशि दो किश्त में देने को कहा। पहली किश्त की राशि आरोपी ने शमशेर सिंह के जरिए नकद प्राप्त की।
दूसरी किश्त की राशि मलेशिया की फ्लाइट का टिकट बुक करवाने के बाद बैंक खाते के माध्यम से जमा करवाने को कहा। आरोपी ने 20 अगस्त तक सभी लोगों को 26 अगस्त की फ्लाइट का टिकट व वीजा भिजवाने का झांसा देकर बकाया राशि विजय चौधरी, अमित बैरागी, नित्यानंद जैन तथा स्वयं के दो खातों में जमा करवाने को कहा। अधिकतर लोगों ने राशि जमा करा दी।
फिर बनाया बहाना इसके बाद सुशांत ने कुछ लोगों के राशि जमा नहीं कराने के कारण 26 अगस्त की फ्लाइट के टिकट निरस्त करवाने व 4 सितम्बर को रात्रि 10 बजे की फ्लाइट का टिकट करवाने की बात कही। उसने टिकट तथा पासपोर्ट एयरपोर्ट पर देने की बात कही। 3 अगस्त को हैप्पी नाम के एक व्यक्ति ने फोन पर स्वयं को सुशांत का चचेरा भाई बताते हुए सुशांत को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने की बात कह कर फोन बंद कर दिया।
विदेश जाने की आस लिए लोग जब 4 सितम्बर को दिल्ली पहुंचे और एयरपोर्ट के बाहर सुशांत का इंतजार कर अगले दिन रावतभाटा पहुंच कर पुलिस को धोखाधड़ी की शिकायत दी। इसके बाद ठगी के शिकार दो लोग सुशांत के मिलने वाले अजय सिंह, उसके पिता शमशेर सिंह को लेकर आरोपी के गांव पहुंचे लेकिन वहां भी आरोपी नहीं मिला। इसके बुधवार को एएसपी भवानी शंकर मीणा को शिकायत की। इस पर एएसपी ने पुलिस को आरोपी के खाते सीज करवाने व उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए।
दलपत सिंह राठौड़, थानाधिकारी, पुलिस थाना रावतभाटा