बाघिन का पोस्टमार्टम करने आए डॉ राजीव गर्ग और डॉ तेजेन्द्र सिंह रियाड ने बताया कि प्रथम दृष्टया बाघिन का शव कम से कम 48 घंटे पुराना है। शव के सिर, पेट व दाएं पिछले पैर में घाव है। शव में कीड़े पड़ गए थे व हड्डियां नजर आने लग गई थी। बाघ बाघिन में संघर्ष हुआ हो इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार बाघिन अंतिम बार शुक्रवार दोपहर दो बजे अपने दोनों शावकों के साथ देखी गई थी। उसके बाद से बाघिन नजर नहीं आई थी और पिछले दो दिनों से बाघिन बेवड़ा तलाई के पास ही सिग्नल आ रहे थे। 12 दिन पहले ही एक बाघ की मौत होने की घटना के बाद भी रिजर्व के अधिकारियों द्वारा बाघिन की तलाश नहीं की, जबकि विभाग द्वारा बाघों की लगातार मॉनिटरिंग व ट्रेकिंग का विभाग द्वारा दावा किया जाता रहा है।