भारी वाहनों से कांपता हैबांध –
राणा प्रताप सागर बांध पर से निजी वाहनों के अलावा आरएपीपी की बसें भी यहां दिन रात सैंकड़ों बार इस बांध पर से गुजरती है। ऐसे में ये बांध भारी वाहनों के कम्पन करता है।
शहरी गौरव पथ का नहीं करते इस्तेमाल –
रावतभाटा से मंडेसरा समेत आसपास के क्षेत्रों में जाने के लिए निजी वाहन, मालवाहन, यात्री जीपें, ट्रैक्टर-ट्रालियां व बसों का आवागमन राणा प्रताप सागर बांध से हो रहा है, जबकि इसके लिए मंडेसरा की ओर से आने पर चंबल नदी के किनारे होते हुए समरब्रिज से सीआईएसएफ कॉलोनी से होते हुए रावतभाटा आने के लिए मागज़् है। इसके बावजूद राणा प्रताप सागर बांध पर से भारी वाहनों के गुजरने का सिलसिला जारी है।
सरकारी तंत्र कर रहा न्यायालय के आदेश की अवहेलना –
रावतभाटा सिचाई विभाग के अधिशासी अधिकारी पूरणमल मेघवाल ने बताया कि राणा प्रताप सागर बांध पर से भारी वाहनों का गुजरने पर मुन्सिफ न्यायालय की ओर से रोक लगाई हुई है। इस बारे में बांध पर सुरक्षाकमिज़्यों के कक्ष के बाहर इस बारे में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के हवाले से चेतावनी भी लगी हुई है, लेकिन इसके बावजूद निजी वाहनचालक तो दूर आरएपीपी की ओर से न्यायालय के नियमों की धज्जियां उड़ाईजा रही है। आरएपीपी की विक्रमनगर कॉलोनी जाने व आने के लिए यहां प्रतिदिन आरएपीपी की बसें प्रतिदिन सैंकड़ों बार बांध पर से होकर गुजरती है।
शहरी गौरव पथ से गिट्टी निकलने के मामले को दिखवाकर आवश्यक कारज़्वाई करेंगे।