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कुचामन शहर

जल्द शुरू होगी डिजिटल पशुगणना, विभाग को मिले टैबलेट

तकनीक

कुचामन शहरOct 25, 2018 / 04:29 pm

Kamlesh Kumar Meena

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कुचामनसिटी. पशुपालन विभाग ने पशुगणना की तैयारी पूरी कर ली है। जल्द ही पशुगणना का कार्य शुरू हो जाएगा। हालांकि पशुगणना एक अक्टूबर से ही शुरू की जानी थी, लेकिन तकनीकी खामियों से पशुओं की गणना का कार्य शुरू नहीं हो सका। सूत्रों के अनुसार करीब एक सप्ताह के भीतर पशुगणना का कार्य शुरू हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र के लिए 60 तथा शहरी क्षेत्र के लिए 12 प्रगणकों को लगाया गया है। ये प्रगणक पशुओं की गणना करेंगे। इस बार की पशुगणना डिजिटल तरीके से होगी। इसके लिए प्रगणकों को बकायदा टैबलेट दिए गए हैं, जिनसे वे पशुगणना का कार्य करेंगे। गौरतलब है कि पिछली पशुगणना 2012 में (19वीं) शुरू हुई थी। इस गणना में नागौर जिले में पशुओं की संख्या 501590 आंकी गई थी। भैंस, भेड़, बकरी, घोड़ा-घोडिय़ां, गधे, ऊंट आदि को गणना में शामिल किया गया था। छह साल में पशुओं की संख्या एकाएक बढ़ गई है। ऐसे में इस बार पशुओं के बढऩे की संभावना है। इधर, पशुओं की संख्या अधिक होने से प्रगणकों के ऊपर कार्य का बहुत ज्यादा बोझ रहेगा। करीब पांच-छह दर्जन प्रगणकों को लाखों की संख्या में पशुओं की गणना करनी होगी।
ऑनलाइन दर्ज करेंगे आंकड़े
पशुगणना के लिए प्रगणकों को प्रशिक्षण दे दिया है। प्रगणक पशुओं से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन टैबलेट के माध्यम से दर्ज करेंगे। जानकारी सीधे वेबपोर्टल पर दर्ज होगी। बकायदा इसकी सुपरवाइजरों के माध्यम से निगरानी की जाएगी। पशुओं की गणना नस्लवार की जाएगी।
नए सॉफ्टवेयर के कारण अटका काम
जानकारी के अनुसार पशुगणना का कार्य एक अक्टूबर से शुरू होना था, लेकिन नए सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण गणना का कार्य देर से शुरू होगा। प्रगणना पशुओं की संख्या के अलावा पशुपालक का नाम, उसका शैक्षणिक स्तर, उपलब्ध साधन तथा उसकी सामाजिक स्थिति के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जाएगी।
इनका कहना है
इस बार पशुगणना के लिए टैबलेट दिए गए हैं। प्रगणक टैबलेट में ऑनलाइन जानकारी दर्ज करेंगे। गणना का कार्य एक अक्टूबर से शुरू होना था, लेकिन कुछ तकनीकी अड़चन के कारण कार्य शुरू नहीं हो सका। जल्द ही पशुगणना का कार्य शुरू हो जाएगा।
– डॉ. विवेक, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, पशुपालन विभाग
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