गत वर्षों के बजट पर एक नजर annual budget वर्ष 2018-19 में नगरपालिका ने अपने बजट में 133 करोड़ का प्रावधान रखा था। जिसमें नवीन बस स्टैण्ड के साथ ही सीवरेज व पेयजल योजना भी शामिल की गई थी। यह दोनों ही कार्य इस बजट सत्र में नहीं हो सके। इसके बाद वित्तीय वर्ष 2019-20 में भी नगरपालिका ने बस स्टेण्ड, सीवरेज व पेयजल योजना को बजट में शामिल किया था। इस बजट सत्र में सीवरेज के लिए सरकार की स्वीकृति मिलने के बाद टेण्डर भी हो गए और बस स्टेण्ड का भी निर्माण कार्य अधिकांश रुप से पूर्ण हो चुका है। कुल मिलाकर विगत वर्षों के बजट में जो मुख्य योजनाएं तैयार की गई थी, वह शहरवासियों को मिल चुकी है। लेकिन इस बार नगरपालिका ने अपने नए वित्तीय बजट में कोई बड़ी योजना शामिल नहीं की है। जबकि यह बजट इस नगरपालिका बोर्ड का अंतिम बजट है और आगामी अगस्त माह में नगरपालिका के चुनाव भी होने हैं, ऐसे में कहीं ना कहीं इसका चुनावों में भाजपा के मण्डल पर विपरीत असर भी पड़ सकता है।
क्या है वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट में Kuchaman municipality – annual budget of only 45 crores आगामी वित्तीय वर्ष के लिए तैयार किए गए बजट में महज 45 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान रखने की तैयारी की गई है। जिसमें 13 करोड़ रुपए सडक़, नाली के लिए, 2 करोड़ रुपए राजकीय स्टेडियम के विकास के लिए, 3 करोड़ रुपए नगरपालिका के नवीन भवन के लिए, 1 करोड़ रुपए नवीन बस स्टेण्ड के लिए, 1 करोड़ रुपए विद्युत व्यवस्था के लिए रखे गए है। इसके अलावा करीब 20 करोड़ रुपए कर्मचारियों के वेतन व पालिका खर्च के लिए रखे गए है। कुल मिलाकर इस बजट में शहर के विकास के लिए कोई नई कार्ययोजना तैयार नहीं की गई है, जिससे शहर के विकास को नई दिशा मिल सके।
क्यों नहीं मिली विकास को गति Kuchaman municipality नगरपालिका की ओर से बजट का खाका तो तैयार किया जाता है लेकिन बोर्ड बैठकें समय पर नहीं होती। विकास में सदन की भूमिका शून्य होने के कारण ना तो समय पर विकास के प्रस्ताव पारित होते है और उन पर कार्रवाई शुरू हो पाती है। वर्ष 2019 के पूरे वित्तीय वर्ष में महज 1 बोर्ड बैठक हुई थी। गत वर्ष भी बजट की बैठक के बाद कोई बैठक नहीं हुई थी। समय पर बोर्ड बैठकें नहीं होने के चलते ना तो विकास की रुपरेखा तैयार होती है और ना ही विकास के कार्यों के स्वीकृति मिलती है।
पत्रिका व्यू- नगरपालिका में वित्तीय वर्ष के लिए बजट बैठक शहर के हित में होने वाली सबसे बड़ी कार्रवाई है। शहर के आधारभूत ढांचे को विकसित बनाने के लिए शहरी सरकार की बनाई गई यह बजट योजना सरकार के पास भिजवाई जाती है। जिसमें सभी पार्षदों को दलगत एवं राजनैतिक द्वेषता से ऊपर उठकर अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। बजट में सभी पार्षदों व पालिका प्रशासन को मिलकर शहर के लिए विकास की नई योजनाएं तैयार कर बजट में प्रावधान रखना चाहिए। जिससे स्थानीय एवं सरकार के स्तर पर शहर के विभिन्न विकास कार्यों की स्वीकृति मिल सके और कार्य शुरु हो सके। पार्षदों की पार्टीबाजी और गुटबाजी से पहले भी सदन की साख घटी है। बोर्ड बैठकें समय पर बुलाई जानी चाहिए। बजट के साथ-साथ इस सदन की कार्रवाई में नगरपालिका के नए भवन सहित कई मुद्दों पर भी चर्चा होनी है।
इनका कहना-
करीब 45 करोड़ रुपए के बजट का प्रारुप बनाकर वित्त कमेटी में चर्चा की जा चुकी है। आगामी दिनों में होने वाली बोर्ड बैठक में बजट पर चर्चा की जाएगी।
बनवारीलाल मोर
अध्यक्ष, वित्त समिति
नगरपालिका कुचामन