इधर, स्कूलों में बच्चों को दी जा रही विभिन्न भाषाओं की जानकारी
कुचामनसिटी. प्रदेश की स्कूलों में इन दिनों विद्यार्थियों को विभिन्न भाषाओं की जानकारी दी जा रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि जब विद्यार्थी उच्च अध्ययन के लिए दूसरे राज्य में जाएं तो उन्हें वहां किसी प्रकार की भाषा संबंधी दिक्कत नहीं आए। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की ओर से आदेश जारी किया गया है कि विद्यालयों में विद्यार्थियों को देश में प्रचलित भाषाओं की जानकारी दी जाए। यह पहल एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत की गई है। भाषा संगम योजना के तहत स्कूलों में प्रार्थना सभा के बाद प्रतिदिन एक भाषा के पांच वाक्यों की जानकारी दी जा रही है। इन भाषाओं में सिंधी, मराठी, तेलगू, उर्दू, कन्नड आदि भाषाएं शामिल है। इस संबंध में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दिनेश सिंह चौधरी ने बताया कि भाषा संगम योजना के तहत विद्यार्थियों को प्रार्थना सभा के बाद विभिन्न भाषाओं की जानकारी दी जा रही है।
कुचामनसिटी. प्रदेश की स्कूलों में इन दिनों विद्यार्थियों को विभिन्न भाषाओं की जानकारी दी जा रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि जब विद्यार्थी उच्च अध्ययन के लिए दूसरे राज्य में जाएं तो उन्हें वहां किसी प्रकार की भाषा संबंधी दिक्कत नहीं आए। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की ओर से आदेश जारी किया गया है कि विद्यालयों में विद्यार्थियों को देश में प्रचलित भाषाओं की जानकारी दी जाए। यह पहल एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत की गई है। भाषा संगम योजना के तहत स्कूलों में प्रार्थना सभा के बाद प्रतिदिन एक भाषा के पांच वाक्यों की जानकारी दी जा रही है। इन भाषाओं में सिंधी, मराठी, तेलगू, उर्दू, कन्नड आदि भाषाएं शामिल है। इस संबंध में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दिनेश सिंह चौधरी ने बताया कि भाषा संगम योजना के तहत विद्यार्थियों को प्रार्थना सभा के बाद विभिन्न भाषाओं की जानकारी दी जा रही है।