कुचामन क्षेत्र में एफएमडी के तहत जो लक्ष्य आवंटित हुए थे, वो सब पूरे कर लिए गए। विभाग के लिए राहत की बात यह रही कि खुरपका व मुंहपका रोग का एक भी केस दर्ज नहीं हुआ। ऐसे में विभाग की पहल धरातल पर कारगर साबित हो रही है।
– डॉ. विवेक, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, उपनिदेशक कार्यालय, पशुपालन विभाग, कुचामनसिटी