कुचामन शहर

शिक्षक ने कहा – मैं यह ड्यूटी नहीं करूंगा, किया निलम्बित

कुचामनसिटी. सम्पूर्ण देश इस समय कोराना संक्रमण को रोकने के लिए जंग लड़ रहा है। ऐसे में इस संक्रमण को रोकने के लिए नियुक्त कार्मिकों की भी अहम् जिम्मेदारी है। लेकिन इस कार्य में लगे कई कार्मिक गंभीर लापरवाही बरत रहे है। कुछ ऐसा ही कुचामन शहर में हो रहा है। कोराना संक्रमण को रोकने में नियुक्त कुछ कर्मचारी इस संवेदशनशील मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे है।

कुचामन शहरMar 30, 2020 / 07:01 pm

Hemant Joshi

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शिक्षक पुसालाल की पहले भी सामने आ चुकी है कई अनियमितताएं

कुचामन शहर में भी इस तरह की लापरवाही बरतने पर एक शिक्षक को निलम्बित होना पड़ा। दरअसल कुचामन शहर में स्टेशन रोड पर स्थित श्री देवनारायण छात्रावास को होम आईसोलेशन वार्ड बनाया गया। जिसमें कड़वा का बासड़ा में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पुसालाल को संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था। लेकिन शिक्षक पुसालाल ने बिल्कुल ही इस कार्य को गंभीरता से नहीं लिया। यहां तक कि होम आईसोलेशन वार्ड में उपस्थित भी नहीं हुए। जिसके कारण कोराना वायरस के संक्रमण रोकथाम एवं बचाव में व्यावधान उत्पन्न हुआ।
‘‘मैं यह ड्यूटी नहीं करूंगा, मैं कोई मरने के लिए थोड़े ना हूं’’
श्री देवनारायण छात्रावास में बने होम आईसोलेशन वार्ड में संदिग्ध लोगों की निगरानी के लिए नियुक्त किए गए शिक्षक पुसालाल उपस्थित ही नहीं हुए बल्कि उपखण्ड कार्यालय में बने नियंत्रण कक्ष में जाकर कार्मिकों को यह भी कहा कि ‘‘मैं यह ड्यूटी नहीं करूंगा, मैं कोई मरने के लिए थोड़े ना हूं’’। ऐसे में शिक्षक पुसालाल द्वारा ड्यूटी से मना करना, राजस्थान सेवा नियम व आचरणों के उल्लंघन करने पर उपखण्ड अधिकारी बाबूलाल जाट के आदेश पर शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक ने तत्काल प्रभाव से शिक्षक पुसालाल को निलम्बित कर दिया गया। निलम्बित हुए शिक्षक पुसालाल का निलम्बन काल कुचामन शहर के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय रहेगा। तथा नियम 53 (1) के तहत नियमानुसार निलम्बन काम में वेतन का 50 प्रतिशत निर्वाह भत्ता देय होगा। उपखण्ड अधिकारी जाट का कहना है कोराना संक्रमण को रोकथाम कार्य में नियुक्त कोई भी कार्मिक अपने कर्तव्यों के दौरान लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षक पुसालाल की पहले भी सामने आ चुकी है कई अनियमितताएं
शिक्षक पुसालाल की ओर से इस प्रकार की लापरवाही बरतने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी शिक्षक पुसालाल ग्राम भांवता के पास मण्डाला नाडा में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त थे, जहां पर पोषाहार गबन करने को लेकर विवादो में रहे थे। इसके बाद इन्हें कुचामन शहर के कड़वा का बासड़ा में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त किया गया था। जहां पर भी ये शिक्षक अपने स्टाफ में खींचतान को लेकर विवादों में रहे थे।

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