कुचामन की यह है कि स्थिति
ब्लॉक में प्रथम श्रेणी अस्पताल कुचामन, लीचाना व पांचवा में है। नोडल प्रभारी डॉ. रमाकांत सोनी ने बताया कि ब्लॉक में अडक़सर, कुकनवाली, घाटवा, शिव, लालास, टोडास, मीठड़ी, मुआना, चावंडिया, जिलिया, नालोट, कड़वा की ढाणी, पदमपुरा पशु चिकित्सालय है। इसके अलावा 21 उपकेन्द्र हैं, जिनमें भावंता, चारणवास, हरिपुरा, हुडिल, इंडाली, जिजोट, खोरंडी, मंडावरा, मोतीपुरा, नगवाड़ा, परेवड़ी, प्रेमपुरा, राजोलिया, सबलपुरा, सिंधपुरा, टोडास, उगरपुरा, रसाल, पलाड़ा, आनंदपुरा, नारायणपुरा, जिला मोबाइल यूनिट कुचामनसिटी शामिल है। चितावा में पशु औषधालय की सुविधा है।
ब्लॉक में प्रथम श्रेणी अस्पताल कुचामन, लीचाना व पांचवा में है। नोडल प्रभारी डॉ. रमाकांत सोनी ने बताया कि ब्लॉक में अडक़सर, कुकनवाली, घाटवा, शिव, लालास, टोडास, मीठड़ी, मुआना, चावंडिया, जिलिया, नालोट, कड़वा की ढाणी, पदमपुरा पशु चिकित्सालय है। इसके अलावा 21 उपकेन्द्र हैं, जिनमें भावंता, चारणवास, हरिपुरा, हुडिल, इंडाली, जिजोट, खोरंडी, मंडावरा, मोतीपुरा, नगवाड़ा, परेवड़ी, प्रेमपुरा, राजोलिया, सबलपुरा, सिंधपुरा, टोडास, उगरपुरा, रसाल, पलाड़ा, आनंदपुरा, नारायणपुरा, जिला मोबाइल यूनिट कुचामनसिटी शामिल है। चितावा में पशु औषधालय की सुविधा है।
इनका कहना है
ब्लॉक में कई उपकेन्द्र है, जिनको पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया जा सकता है। हालांकि इस संबंध में अभी प्रस्ताव नहीं मांगे गए हैं। प्रस्ताव यदि मांगे जाते हैं तो स्थानीय पशुपालकों को अपने आसपास ही बेहतर पशु चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
– डॉ. विवेक, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, पशुपालन विभाग, कुचामनसिटी
ब्लॉक में कई उपकेन्द्र है, जिनको पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया जा सकता है। हालांकि इस संबंध में अभी प्रस्ताव नहीं मांगे गए हैं। प्रस्ताव यदि मांगे जाते हैं तो स्थानीय पशुपालकों को अपने आसपास ही बेहतर पशु चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
– डॉ. विवेक, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, पशुपालन विभाग, कुचामनसिटी
इधर, हर ग्राम पंचायत में पशु चिकित्सा इकाई स्थापित करने का कार्य कुचामन में पूरा
कुचामनसिटी. कुचामन ब्लॉक की हर ग्राम पंचायत में अब पशु चिकित्सा इकाई स्थापित हो गई है। विभाग ने लगभग सभी ग्राम पंचायतों में पशु चिकित्सा उप केन्द्र खोल दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार बजट घोषणा 2016-17 में राज्य सरकार ने प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में नवीन पशु चिकित्सा उपकेन्द्र खोलने की घोषणा की थी। इसी कड़ी में वित्तीय वर्ष 2017-18 तक पशुपालन विभाग ने कुचामन ब्लॉक की सभी ग्राम पंचायतों में पशु चिकित्सा इकाई स्थापित कर दी है। इससे पशुपालकों को अपने क्षेत्र में ही पशुओं के उपचार की सुविधा प्राप्त हो गई है। पूर्व में ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों को पशु चिकित्सालय की कोई इकाई स्थापित नहीं थी। ऐसे में पशुपालकों को अपने पशुओं का उपचार कराने में दूरदराज के पशु चिकित्सा उपकेन्द्र की ओर रुख करना पड़ता है। विभाग ने पशुपालकों की इस समस्या पर ध्यान देते हुए वित्तीय वर्ष 2017-18 में ब्लॉक की पशु चिकित्सालय इकाई से वंचित रही ग्राम नारायणपुरा, आनंदपुरा व पलाड़ा को भी जोड़ दिया। ऐसे में अब सभी ग्राम पंचायतों में पशु उपचार की सुविधा मिल गई है। गौरतलब है कि कुचामन ब्लॉक में ३१ ग्राम पंचायतें आती है। हालांकि रूपपुरा पंचायत में अभी पशु चिकित्सा केन्द्र की सुविधा नहीं है, लेकिन वह नावां-कुचामन विधानसभा क्षेत्र के बाहर आता है। रूपपुरा परबतसर विधानसभा क्षेत्र में आता है। ऐसे में सरकार की ओर से हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पशु चिकित्सा इकाई स्थापित करने का सपना कुचामन ब्लॉक में लगभग पूरा हो गया है। वर्तमान में भावंता, चारणवास, हरिपुरा, हुडिल, इंडाली, जिजोट, खोरंडी, मंडावरा, मोतीपुरा, नगवाड़ा, परेवड़ी, प्रेमपुरा, राजोलिया, सबलपुरा, सिंधपुरा, टोडास, उगरपुरा, रसाल, पलाड़ा, आनंदपुरा, नारायणपुरा में उपकेन्द्र की सुविधा है। इसके अलावा अन्य जगहों पर पशु चिकित्सालय की सुविधा प्राप्त है। इधर, पशु चिकित्सालय इकाई स्थापित करने के मामले में पशुपालन विभाग के वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विवेक ने बताया कि इस वर्ष मार्च २०१८ तक ब्लॉक की प्रत्येक ग्राम पंचायत में पशु चिकित्सा इकाई स्थापित कर दी गई है। सबसे अंत में नारायणपुरा, पलाड़ा व आनंदपुरा को जोड़ा गया है। अब ब्लॉक की सभी पंचायतों में पशु चिकित्सा की इकाई स्थापित हो गई है।
कुचामनसिटी. कुचामन ब्लॉक की हर ग्राम पंचायत में अब पशु चिकित्सा इकाई स्थापित हो गई है। विभाग ने लगभग सभी ग्राम पंचायतों में पशु चिकित्सा उप केन्द्र खोल दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार बजट घोषणा 2016-17 में राज्य सरकार ने प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में नवीन पशु चिकित्सा उपकेन्द्र खोलने की घोषणा की थी। इसी कड़ी में वित्तीय वर्ष 2017-18 तक पशुपालन विभाग ने कुचामन ब्लॉक की सभी ग्राम पंचायतों में पशु चिकित्सा इकाई स्थापित कर दी है। इससे पशुपालकों को अपने क्षेत्र में ही पशुओं के उपचार की सुविधा प्राप्त हो गई है। पूर्व में ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों को पशु चिकित्सालय की कोई इकाई स्थापित नहीं थी। ऐसे में पशुपालकों को अपने पशुओं का उपचार कराने में दूरदराज के पशु चिकित्सा उपकेन्द्र की ओर रुख करना पड़ता है। विभाग ने पशुपालकों की इस समस्या पर ध्यान देते हुए वित्तीय वर्ष 2017-18 में ब्लॉक की पशु चिकित्सालय इकाई से वंचित रही ग्राम नारायणपुरा, आनंदपुरा व पलाड़ा को भी जोड़ दिया। ऐसे में अब सभी ग्राम पंचायतों में पशु उपचार की सुविधा मिल गई है। गौरतलब है कि कुचामन ब्लॉक में ३१ ग्राम पंचायतें आती है। हालांकि रूपपुरा पंचायत में अभी पशु चिकित्सा केन्द्र की सुविधा नहीं है, लेकिन वह नावां-कुचामन विधानसभा क्षेत्र के बाहर आता है। रूपपुरा परबतसर विधानसभा क्षेत्र में आता है। ऐसे में सरकार की ओर से हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पशु चिकित्सा इकाई स्थापित करने का सपना कुचामन ब्लॉक में लगभग पूरा हो गया है। वर्तमान में भावंता, चारणवास, हरिपुरा, हुडिल, इंडाली, जिजोट, खोरंडी, मंडावरा, मोतीपुरा, नगवाड़ा, परेवड़ी, प्रेमपुरा, राजोलिया, सबलपुरा, सिंधपुरा, टोडास, उगरपुरा, रसाल, पलाड़ा, आनंदपुरा, नारायणपुरा में उपकेन्द्र की सुविधा है। इसके अलावा अन्य जगहों पर पशु चिकित्सालय की सुविधा प्राप्त है। इधर, पशु चिकित्सालय इकाई स्थापित करने के मामले में पशुपालन विभाग के वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विवेक ने बताया कि इस वर्ष मार्च २०१८ तक ब्लॉक की प्रत्येक ग्राम पंचायत में पशु चिकित्सा इकाई स्थापित कर दी गई है। सबसे अंत में नारायणपुरा, पलाड़ा व आनंदपुरा को जोड़ा गया है। अब ब्लॉक की सभी पंचायतों में पशु चिकित्सा की इकाई स्थापित हो गई है।