मालूम रहे कि शनिवार को कुशीनगर के खड्डा तहसील के गांव धरनीपट्टी के खेल मैदान में प्रदेश के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रर्म था। वह खड्डा तहसील के बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वांटने के लिए रहे थे। जिले के सभी पदाधिकारी व वरिष्ठ कार्यकर्ता कार्यकर्म स्थल पर मौजूद थे। सभी मुख्यमंत्री का स्वागत करना चाह रहे थे लेकिन डीएम कुशीनगर भाजपा कार्यकर्ताओं को मंच व हेलीपैड पर जाने से रोकवा दिया।
यहां तक कि पूर्व विधायक दीपलाल भारती, जिला उपाध्यक्ष विवेकानंद, जिला मंत्री वृंदा प्रसाद, विजयलक्ष्मी मिश्रा, हियुवा के वरिष्ठ पदाधिकारी विनय जायसवाल, राजन जायसवाल, फूलबदन कुशवाहा, काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के प्रतिनिधि आरके मौर्या तक को डीएम ने मंच पर नहीं जाने दिया गया। इससे भाजपा कार्यकर्ता भड़क गए और मंच के थोडी दूर पर जाकर बैठ गए। मामला तब और बिगड़ जब गया जब मुख्यमंत्री के आने का समय हुआ तो पुलिस वाले कार्यकर्ताओं के आगे रस्सी तान कर खड़े हो गए।
डीएम के इस फरमान के बाद भाजपा कार्यकर्ता बिगड़ गए और डीएम पर तानाशाही व कार्यकर्ताओं को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए जिला उपाध्यक्ष विवेकानंद पांडेय, काबीना मंत्री के प्रतिनिधि आरके मौर्य , जिलामंत्री वृंदा प्रसाद, कृष्ण मुरारी पांडेय सहित तमाम कार्यकर्ता कार्यकर्म स्थल को छोड़ दिया.कार्यकर्ताओं का कहना था कि डीएम हिटलर जैसा व्यवहार कर रहे थे और कार्यकर्ताओं को बेवजह अपमानित करा रहे थे। हम भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ता हैं, कोई आतंकवादी नहीं। डीएम के रवैये से कार्यकर्ता अपने को अपमानित महसूस कर रहे थे।