मालूम रहे कि न्यायालय का चक्कर काटने पर धन व समय दोनों बहुत खर्च होता है। आज की तारीख में किसी मामले में न्याय के लिए दौड़ते- दौड़ते आदमी थक जा रहा है और उसकी आर्थिक रीढ़ झुक जा रही है। ऐसे में ग्राम न्यायालय की परिकल्पना को जीवंत करते हुए एसडीएम प्रमोद कुमार ने मंगलवार को दुदही विकास खंड की ग्राम पंचायत बांसगांव के बैरिया टोला में स्थित पंचायत में अदालत लगाई और 55 मामलों की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान एसडीएम ने सीधे पक्ष और विपक्ष दोनों से बात किया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा। एसडीएम के इस पहल को क्षेत्रीय लोगों द्वारा काफी सराहा जा रहा है।
सुनवाई के के बाद उप जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील स्तर पर मुकदमों की सुनवाई में अधिवक्ताओं द्वारा अक्सर नो वर्क का प्रस्ताव देकर सुनवाई में विलंब किया जाता रहा है जिससे तमाम मुकदमे लंबित पड़े है। यही नही गांव की गरीब जनता को भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इसको देखते हुए ग्राम न्यायालय लगाने का विचार किया गयाऔर आज विकास खंड दुदही के बांसगांव से इसकी शुरुआत की गई। उन्होंने बताया कि तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में 4 ब्लॉक हैं ।चारों ब्लॉकों को महीने में 4 दिन का समय दिया जाएगा और प्रत्येक ब्लॉक में एक दिन बदल – बदल के न्याय पंचायतों के हिसाब से फाइलों की सुनवाई की जाएगी। इस दौरान गांव के ग्राम प्रधान लेखपाल राजस्व निरीक्षक भी उपस्थित रहेंगे।
By AK Mall