गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि बुधवार आधी रात विशंभरपुर के थानाध्यक्ष मनोज कुमार टीम के साथ गश्त पर थे। इस दौरान कुशीनगर के तरयासुजान थाना क्षेत्र से सटे गोपालगंज के अंतिम छोर शलेहपुर के पास कुशीनगर की ओर से एक चार पहिया वाहन आता दिखा। उन्होंने उसे रोकने का प्रयास किया तो वाहन सवार गाड़ी घुमाकर वापस भागने लगे।
इस पर पुलिस उनके पीछे लग गई। कुछ दूर जाने पर वाहन सवार एक जगह रुक गए जहां पहले से उनके कुछ साथी मौजूद थे। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। फायरिंग भी की। इस हमले में विशंभरपुर थाने में तैनात दरोगा सरोज कुमार के दाहिने हाथ में गोली लग गई, जिससे वह घायल हो गए, जबकि चौकीदार रंगलाल को पथराव में चोटें आईं।
बिहार पुलिस की तस्करों से मुठभेड़ की खबर मिलते ही कुशीनगर पुलिस भी सीमावर्ती इलाके में सक्रिय हो गई। गोपालगंज के कई थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया, जिसकी पहचान तरयासुजान थाना क्षेत्र के अहिरौली दान गांव निवासी गुड्डू सिंह के रूप में हुई।
गुड्डू सिंह कुशीनगर और गोपालगंज जिले का चर्चित शराब तस्कर बताया जाता है। उसके अन्य साथी भागने में कामयाब रहे। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में गुड्डू ने तरयासुजान थाना क्षेत्र के दस लोगों के नाम बताए हैं, जो पुलिस टीम पर हमले में शामिल थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम छापामारी कर रही है।
इस मुठभेड़ के दौरान दरोगा की सर्विस रिवाल्वर भी गायब होने की चर्चा है लेकिन, गोपालगंज पुलिस इससे इन्कार कर रही है। उधर, घायल दरोगा सरोज कुमार का पटना मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं चौकीदार रंगलाल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।