जी हां बात कर रहे हैं लखीमपुर खीरी गोविंद शुगर चीनी मिल द्वारा छोड़ा गया शीरा युक्त पानी ग्रामीणों की जान का दुश्मन बन गया है। अलबत्ता शीरा युक्त पानी से करीब दो दर्जन गांव में रह रही हजारों की आबादी संक्रमण बीमारियों की चपेट में आ गई है। वही तीन लोगों की मौत हो गई है। जबकि सैकड़ों हेक्टेयर में उपजाई जा रही करोड़ों की फसलें बर्बाद हो गई है। बाढ़ और कटान का दंश झेल रहे ग्रामीणों पर चीनी मिल द्वारा ढाया गया यह कहर उनके जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया हैैैै। यह भीषण तबाही थाना ईसानगर क्षेत्र के कस्बा खमरिया में चीनी मिल के अधिकारियों की लापरवाही के चलते आई है।
इतना ही नहीं ईसानगर क्षेत्र के अलीपुर तमोलीपुरवा, दिलावल पुरवा समेत दो दर्जन गांव में चीनी मिल द्वारा बहाया गया सिरा युक्त पानी ग्रामीणों के लिए मौत का फरमान बनकर निकला है। इन गांव में भरा यह दूषित पानी तमाम संक्रमण बीमारियों को जन्म दे चुका है। इसकी चपेट में आकर हजारों लोग जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। नलों से निकलने वाला पानी भी सीरे की वजह से दूषित हो चुका है। जिसे लोग पीने पर मजबूर हैं और इसी वजह से तीन लोग की मौत हो चुकी है, जिनकी मौत का कारण डेंगू रहस्यमयी बुखार बताया जा रहा है। दरअसल चीनी मिल द्वारा मानक के विपरीत मिल परिसर में मिट्टी के गड्ढों में खोदकर भरा गया। सिरा यहां हुई भारी बरसात के बाद आई बाढ़ में उफना कर दर्जनों गांव में प्रवेश कर गया और हजारों हेक्टेयर खेतों में लहलहा रही फसलों में भी भर गया। जिसके बाद इस दूषित पानी ने तबाही की वह दास्तां लिखी है। जिसके जख्म सदियों तक भरे नहीं जा सकेंगे।