मार्च 2018 में पॉवर प्लांट स्थापित किया जा चुका
बताते चलें कि यूपी नेडा द्वारा सरकारी कार्यालयों की छत पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांट स्थापित कराने की शुरुआत विकास भवन और कलेक्ट्रेट से की थी। दोनों स्थानों पर मार्च 2018 में पॉवर प्लांट स्थापित किया जा चुका है। दोनों प्लांट की क्षमता 26-26 केवी है। इन पर 17.5-17.5 लाख की लागत आई है। प्रत्येक प्लांट से प्रतिदिन करीब 125 यूनिट बिजली उत्पन्न का अनुमान है। इसका सही आकलन ग्रिड की सप्लाई शुरू होने में किया जा सकेगा।
तत्कालीन सीडीओ अमित बंसल ने ग्रिड की सप्लाई चालू कराने के लिए बिजली विभाग को पत्र भी भेजा था। इसके अलावा नेडा के परियोजना अधिकारी अतुल जैन ने 20 मार्च 2018 को बिजली विभाग को पत्र भेजकर नेट मीटर लगाकर ग्रिड की सप्लाई चालू करने की मांग की थी। लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों ने अब तक इसका संज्ञान नहीं लिया।
यह है योजना
अपने घर या ऑफिस की छत पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांट से बनने वाली बिजली की सप्लाई सीधे पावर कारपोरेशन के ग्रिड में की जाएगी। इसके एवज में बिजली विभाग संबंधित संस्था/ व्यक्ति को भुगतान करेगा। इसके लिए बिजली विभाग प्लांट में नेट मीटर लगाएगा। तभी आपूर्ति ग्रिड को शुरू किया जा सकेगा।विकास भवन और कलेक्ट्रेट में स्थापित पावर प्लांट में अभी नेट मीटर नहीं लगा है।
वहीं अधिशासी अभियंता पी के वर्मा ने बताया कि नेट मीटर लगाने के लिए आर्डर दिया जा चुका है। अभी सप्लाई नहीं मिल पाई है। उम्मीद है। कि 10 से 15 दिनों में मीटर लगा कर पावर सप्लाई प्रारंभ कर दी जाएगी।