पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों को दिसम्बर माह से गन्ने का भुगतान नहीं हुआ है। किसानों का गन्ना मील लेकर अपना व्यवसाय बढ़ा रही हैं और किसान एक-एक पैसे के लिए तरस रहा है। किसानों की समस्याओं को देखते हुए आर्थिक मदद करना तो दूर, उनका खुद का भुगतान भाजपा शासन में नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि शादी-ब्याह का समय है। हर परिवार में शादियां हैं। आर्थिक तंगी के कारण किसान अपनी मनपसंद के उपहार आदि भी नहीं दे पा रहे हैं।
नहीं पूरे किये वादे, बीजेपी पूंजीपतियों की सरकार
जितिन प्रसाद ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले किसानों से बड़े-बड़े वादे किए थे। सरकार बनने के बाद भाजपा वाले सिर्फ कमरों में बैठकर किसानों की समस्याओं पर सिर्फ कर रहे हैं। इस सरकार में आज तक किसी भी किसानों की समस्या का समाधान नहीं किया है। रात-रात भर फसलों की रखवाली करने के बाद किसान जब अपनी फसल को बेचता है तो उसे भुगतान के लिए महीनों तरसना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में भाजपा सरकार पूंजीपतियों की सरकार है। उसे गरीबों और किसानों से कोई मतलब नहीं है।