जानकारी के अनुसार ग्राम समैसा में ताजिया कर्बला पर ले जाईजा रही थी। इसी बीच कुछ ताजियादारों ने गांव के ही सुकई के घर के पास लगा पुराना नीम का पेड़ काट दिया। जिससे दोनों समुदायों में विवाद शुरू हो गया। बात बढ़ते-बढ़ते मार-पीट तक पहुंच गई। सूचना पाते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। तब तक वह के हालात काफी बिगड़ चुके थे। दोनों पक्षों में चाकू-छुरी पत्थर तक चल चुके थे।
इसी बीच किसी ने सुकई के घर मे आग लगा दी। यह देख दूसरे पक्ष आग बबूला हो गया। और काफी देर तक स्थिति गम्भीर बनी रही। इस दौरान कई बाइके भी आग के हवाले कर दी गई।
यह देख मौके पर पहुची सीओ धौरहरा निष्ठा उपाधयाय ने पहले दोनों पक्षों को समझने का प्रयास किया। लेकिन दोनों पक्ष सुनने को तैयार नहीं थे। बात बनती न देख सीओ ने भीड़ को खदेड़ा। इसके बात घटना में घायल को समुदायक स्वास्थ्य केंद् भिजवाया। वही घाटन में गंभीर रूप से घायल रामनरेश को डॉक्टरों ने हालात गंभीर होने के कारण जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वही घटना के बाद कई थानों की पुलिस गांव में अपना डेरा डाल दिया है।
पूरे घटना क्रम में सीओ निष्ठा उपाधयाय ने बताया कि ताजिया निकलने को लेकर विवाद हुआ था। अब स्थिति शांति पूर्णवनी हुई है। घायलों का उपचार चल रहा है। ग्राम समैसा में हुये बावल में सीओ धौरहरा निष्ठा उपाधयाय ने बड़ी हक सूझ-बूझ के साथ काम किया। नहीं तो यह घटना और बड़ी हो सकती थी। सीओ ने मौके की नजाकत को देखते हुये। लोगों को खदेड़ते हुये। खुद ही वहां मोर्चा संभाला और स्थिति पर काबू पाया।