बताते चलें कि बीते दिवस मोहम्मदी कोतवाली के ग्राम फरेंदा में कोटा चयन को लेकर प्रस्ताव पारित होना था। जिसमें भारी संख्या में ग्रामीणों के साथ-साथ बाहर के भी लोग शामिल होने आए थे। जिसमें एडीओ पंचायत और ग्राम सचिव मनोज यादव के साथ पुलिस बल मौजूद था। वहीं प्रधान और पूर्व प्रधान के बीच बातचीत होने लगी और धीरे-धीरे संघर्ष का रूप धारण कर लिया जिसमें एक व्यक्ति द्वारा तमंचे से फायर की घटना घटी। जिसमें मोहम्मदी कोतवाली में तैनात दीवान शिवकुमार की तहरीर पर छोटेलाल, चमन लाल और पयूस वर्मा सहित पचास अन्य लोगों पर बलवा, मारपीट और जान से मारने की धमकी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। वहीं पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नाजायज असलहे का प्रदर्शन करने वाले एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
प्रभारी निरीक्षक संजय त्यागी ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि कल की घटना को गंभीरता से लेते हुए नाजायज असलहे के साथ पयूस वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। वहीं चरन लाल, छोटेलाल, नवनीत, विमलेश और राजीव वर्मा फरेदा को अन्य धाराओं में जेल भेजा गया है। किसी को भी कानून व्यवस्था हाथ में लेने इजाजत नहीं दी जाएगी। वहीं कोटा चयन में गए विकासखंड मोहम्मदी के अधिकारी चुप्पी साधे हैं। कल की घटना हो जाने के बाद अपने शीर्ष अधिकारियों को अवगत कराना उचित नहीं समझा तथा लगातार पांच बार से कोटा की प्रक्रिया निरस्त होती आ रही है। इस पर मंथन न करके एक बार फिर उसी गांव में खुली बैठक कराई गई। उसके बाद जो घटना घटित हुई लेकिन कोई उचित कार्रवाई कोटा चयन में गये अधिकारियों ने लिखित रूप से नहीं दी गई है। इस संबंध में विकास खंड अधिकारी महेंद्र कुमार यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कल की घटना की जानकारी आपने शीर्ष अधिकारी को दी जा रही है तथा आने वाले समय में कोटा चयन को पारदर्शी बनाते हुए लाटरी सिस्टम से कराए जाने का अनुरोध अधिकारियों से करेंगे। वही.समय रहते पुलिस न पहुंचती तो बड़ी घटना घटित हो सकती थी।