चक्कर आने के बाद गिरा था कैदी थाना मैलानी के गांव कुकरा निवासी लाला का 40 वर्षीय पुत्र जावेद गौवध अधिनियम में फरार था। उसने पुलिस के दबाव बनाने पर 14 मई 18 को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था, जहां से कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था। तभी से वह जेल में बंद था। जेल प्रशासन के मुताबिक रविवार की सुबह करीब 10ः30 बजे जावेद नहाया। करीब पौने 11 बजे बैरक के पास उसे अचानक चक्कर आया और वह गिर पड़ा। जेल सिपाहियों की सूचना पर जेलर ज्ञान प्रकाश, जेल चिकित्सक के साथ मौके पर पहुंचे। अफसरों ने उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से डॉक्टर ने हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इस पर जेल प्रशासन ने सरकारी एंबुलेंस से उसे सुबह 11ः05 मिनट पर जिला अस्पताल भेजा, जहां उपचार के दौरान 11ः30 मिनट पर उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने लगाए आरोप इधर बंदी की हालत बिगडऩे पर करीब 11 बजे जेल प्रशासन ने बंदी के घर वालों को रोडियोग्राम से सूचना दी। उधर बंदी की पत्नी सोनी पति जावेद से मुलाकात करने के लिए रविवार की सुबह करीब आठ बजे जिला जेल पहुंची। पत्नी मुलाकाती प्रक्रिया पूरी कर पति से मिलने जब जेल के अंदर करीब करीब पौने एक बजे पहुंची तो उसे पति के बीमार होने की सूचना मिली। जब वह अस्पताल पहुंची तो पति का शव देख रोने-बिलखने लगी। पत्नी और मृतक के घर वालों का आरोप है कि जावेद को कोई बीमारी नहीं थी। जेल प्रशासन की शारीरिक और मानसिक प्रताडऩा ने जावेद को मौत के मुंह में झोक दिया है।