जानकारी के अनुसार ग्राम महेशपुर निवासी ओमप्रकाश 45 पुत्र दीनदयाल भार्गव किसी काम से परसो खेतों की ओर गया था। इसके बाद देर शाम तक जब ओमप्रकाश घर वापस नहीं लौटा तो परिजन ने उसकी तलाश शुरू की और गांव में सभी से पूछा खेत पर देख रिश्तेदारी में भी तलाश की लेकिन ओम प्रकाश का कही कुछ पता नहीं चला। इसके बाद दूसरे दिन परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस भी ओमप्रकाश की तलाश कर ही रह थी कि इसी दौरान रविवार को कठिना नदी के किनारे प्रेमराज निवासी रामदीनपुर के खेत में ओमप्रकाश का क्षत विक्षत शव बरामद हुआ।
लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ओमप्रकाश के परिजनों को वहां बुलवाया। मौके पर पहुंचे परिजनों में मृतक की शिनाख्त ओमप्रकाश के रूप में की। जिसके देखने के बाद गांव में सनसनी फैल गई। बाघ को पिछले दिनों देखे जाने व हमले से हुई मौतों को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश मुखर हो उठा। इसके बाद आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों ने रेंज कार्यालय के सामने गोला मोहम्मदी मार्ग पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रमुख मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। पुलिस ने हालात पर नियंत्रण करने के साथ मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भिजवाया। पुलिस व वनअधिकारियों ने युवक की मौत पर आशंका व्यक्त करते हुए पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ बता पाने की बात कही है।
भले ही ग्रामीण और वन विभाग ओम प्रकाश की मौत बाघ के हमले से होने की आशंका जता रहा हो लेकिन इस घटना के बाद से लोगों के दिलो में एक बार फिर से बाघ का खौफ घर कर गया है। और अब लोग फिर से देर शाम को अपने घरों में दुपक जाते है। क्योंकि अभी कुछ समय पहले ही यहां एक बाघ ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया था।