निघासन कोतवाली के ग्राम सभा खैरहना के गांव गंगापुरवा के रहने वाले उमेश कुमार मौर्य का खेत गांव के पास पूरब की तरफ है। खेत में केले की फसल लगी हुई है। उमेश कुमार ने बताया कि मंगलवार को खेत में पानी लगाया था। बुधवार की रात को एक बाघ उमेश के खेत से निकलकर शिवकुमार के खेत से होकर निकलने के पगचिन्ह सुबह खेत जाने पर दिखाई दिये। बाघ के पैरों के निशान देखकर उमेश कुमार के होश उड़ गए। उमेश कुमार खेत से घर आकर गांव वालों को बाघ के पैरों के निशान मिलने की बात कही। बाघ के पैरों के निशान खेत में देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। ग्रामीण अब खेतों की तरफ जाने से कतराने लगे हैं। बाघ खेत से होकर उत्तर दिशा में गन्ने के खेत में घुस गया। खेत गीला होने के कारण बाघ के पैरों के निशान स्पष्ट दिखाई दिए। गांव के निकट खेत से होकर बाघ के निकलने की खबर पाकर वन दरोगा विक्रम सिंह हमराही वनरक्षक हीरा लाल के साथ मौका मुआयना किया। इस संबंध में मझगई रेंज के रेंजर राममिलन से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया की बाघ नोनिया बीट से होकर खेतों से होते हुए खैरहना जंगल की तरफ चला गया है।