यूपी बोर्ड ने निकाला नायाब तरीका जी हां इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल रोकने और कॉपियां जांचने के दौरान कोई दिक्कत न हो, इसके लिए यूपी बोर्ड ने एक नायाब तरीका निकाला है। जिसके तहत बोर्ड परीक्षा में दी जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं पर माध्यमिक शिक्षा परिषद स्वयं अपनी नंबरिंग करके देगा। इन्ही नंबरिंग की कॉपियों पर ही परीक्षार्थी परीक्षा दे सकेंगे।
कॉपियां भिजवाने का काम शुरू जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ आर के जयसवाल ने बताया कि जिले के परीक्षा केंद्रों पर कॉपियां भिजवाने का काम शुरू हो गया हैं। बोर्ड ने जो नंबरिंग की है, उसके पीछे उद्देश्य यह है कि वह कॉपियां जांचने के दौरान एग्जामनर को किसी तरह की दिक्कत न आए। साथ ही नकलचियों के ऊपर भी शिकंजा कसा जा सके।
छात्रों की संख्या के हिसाब से मिलेंगी कॉपियां वहीं राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ राजेन्द्र कुमार आर्य ने बताया कि एक ट्रक कापियां राजकीय इंटर कॉलेज पहुंच चुकी हैं। यूपी बोर्ड ने उन कॉपियों पर कोड नंबर दिए हैं। उनके पीछे मुख्य कारण यह है कि इससे नकल पर रोक लगेगी। क्योंकि कोड नंबर वाली कॉपी बाहर नहीं मिलेगी। यह कॉपियां छात्रों की संख्या के हिसाब से मिलेंगी। कई बार छात्र बाहर से कॉफी लिख कर ले आते थे। अब कोड नंबर पड़ी हुई कॉपी बाहर नहीं मिल सकेंगी। ऐसी हालत में नकल कर पाना असंभव होगा। इसलिए बोर्ड ने ऐसी व्यवस्था लागू की है।