अपराधियों की मन में अपराधियों की मन में कानून का खौफ नाममात्र भी नहीं दिखता। जनपद में स्कूली छात्राओं के साथ छेड़खानी और बलात्कार जैसी कई घटनाएं सामने आ चुकी है। जिनके बाद स्कूली छात्राओं स्कूल जाने से भी कतरा रही है। हाल ही में ताजा मामला सदर कोतबाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पठागोरी में सामने आया है जहां एक 15 वर्षीय नावालिग ने 9 वर्षीय कक्षा 4 में पढ़ने वाली स्कूली छात्रा के साथ जबरन बलात्कार किया।
यह है पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पठागोरी में रहने वाले एक दंपत्ति ने कोतवाली पुलिस को एक तहरीर देकर अवगत कराया कि उसकी 9 वर्षीय कक्षा चार में पढ़ने वाली लड़की विगत दिवस स्कूल की छुट्टी होने के बाद अपनी साथी छात्राओं के साथ घर वापिस आ रही थी। तब रास्ते में घात लगाकर बैठे पास के गांव का एक नाबालिग 15 वर्षीय लड़का महेंद्र पुत्र सुल्तान यादव ने उसे बुरी नियत से दबोच लिया और पास के खेतों में लेजाकर जबरन बलात्कार किया।
जिसकी सूचना उसके साथ स्कूल से वापिस आ रहे साथी छात्राओं ने लड़की की मां को घरपर आकर दी। तत्काल उसकी मां दौड़कर घटनास्थल पर पहुंची, वहां उसकी लड़की बेहोश पड़ी हुई थी। वह आरोपी उसके पास खड़ा हुआ था जब उसने उसकी मां को अपनी ओर आते हुए देखा तो एक घटना स्थल से नौ दो ग्यारह हो गया।
बेहोशी की हालत में वह अपनी लड़की को घर ले आई और मुंह पर पानी डालकर उसे होश में लाई। होश में आने की बाद उसने पूरी घटना अपनी मां को बताई। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस को तहरीर दी।
पिता का कहना है पीड़ित छात्रा के पिता का कहना है कि हमारे गांव से स्कूल की दूरी लगभग दो किलोमीटर है। हमारी बेटी कक्षा चार में पढ़ती है जो रोज स्कूल आती जाती रहती है मगर स्कूल से लौटते समय आज गांव की हुई एक युवक ने घात लगाकर उसे दबोच लिया एवं जबरन बलात्कार किया। अब हमारी बेटी काफी डरी और सहमी है।
शिकायत के आधार पर की गई कार्रवाई इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार विजेता का कहना है कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर तत्काल मामला पंजीकृत कर लिया गया और घटनास्थल पर पुलिस द्वारा बारीकी से निरीक्षण किया गया और दबिश देकर अपराधी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है। अब पीड़ित छात्रा का मेडिकल कराया जाएगा और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मामले में धाराएं बढ़ाई जाएंगी ।
इस घटना में बाद गांव की छात्राएं है डरी सहमी ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर पढ़ाई की समस्या सामने आती रही है। छात्राओं को अपने गांव से कई किलोमीटर दूर जाकर अपनी पढ़ाई करनी पड़ती है। और जब स्कूल से घर आते समय या घर से स्कूल जाते समय ऐसी बलात्कार की घटनाएं घट जाती है तब छात्राओं के मन में एक डर बैठ जाता है और उस डर के कारण छात्राएं पढ़ाई के लिए स्कूल जाने से कतराती है । इस मामले में कुछ ऐसा ही सामने आया है जिस छात्रा के साथ बलात्कार हुआ उसके बाद गांव की अन्य छात्राएं भी स्कूल जाने से अब कतरा रही है । अब जरूरत है कि कानून उन छात्राओं को या विश्वास दिलाया कि कानून उन के साथ हैं और ऐसी घटनाएं अब नहीं होंगी ।