यह है पूरा मामला कुछ दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने झांसी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प. अनुराग शर्मा की चुनावी रैली को संबोधित किया था। इस दौरान उमा भारती ने कहा था कि पहले हर गांव में एक राजा होते थे। जब वह निकलते थे, तो गांव की प्रजा उनके सामने हाथ जोड़ती थी। उनके सामने कोई साइकिल पर हीं बैठ सकता था, दूल्हा घोड़े पर नहीं बैठ सकता था। राजा साहब के घर चाहे खाने के लिए कुछ न हो सिर्फ बेर ही हो लेकिन जब भी उनका हाल लेंगे तो वो कहेंगे अपनी तो ऐश है। अच्छा खाते हैं और अच्छा पहनते हैं। जबकि हकीकत कुछ और है।
राहुल गांधी से जोड़ा राजा का उदाहरण दरअसल, उमा भारती का यह तंज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर था। उमा भारती ने कहा कि राहुल भी इसी तरह के नेता हैं। उनके पास है तो कुछ नहीं लेकिन वह कहते हैं मेरी तो अच्छी मौज की कट रही है। उमा भारती के विवादित बयान को क्षत्रिय ठाकुर समाज ने अपने आप से जोड़कर देखा जिससे उनमें उथल-पुथल पैदा कर दी। उनके इस बयान से क्रोधित होकर करणी सेना ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा था।