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ललितपुर

सगाई समारोह की खुशियों पर उस समय लगा ग्रहण, जब दोनों पक्षों में हुआ यह

सगाई समारोह की खुशियों पर उस समय ग्रहण लग गया जब गांव के ही दबंगों ने सगाई समारोह कार्यक्रम में आकर गाली गलौच किया।

ललितपुरMay 16, 2018 / 06:07 pm

Mahendra Pratap

eclipse on happiness of engagement ceremony

ललितपुर. सगाई समारोह की खुशियों पर उस समय ग्रहण लग गया जब गांव के ही दबंगों ने सगाई समारोह कार्यक्रम में आकर गाली गलौच किया। दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ा कि दबंग पक्ष ने पहले तो पत्थरों की बरसात कर दी और फिर गोली चला दी। जिसमें समारोह में आए दो व्यक्ति घायल हुए है।

यह है मामला

ताजा मामला थाना जखोरा के ग्राम बांदरौंन का है। जहां सिरनाम सिंह यादव के घर सगाई समारोह आयोजित किया गया था। जिसमें गांव के ही लोगों को आमंत्रित किया गया। जब सगाई समारोह चल रहा था तभी गांव की दबंग भानु प्रताप सिंह और नत्थू राजा की पत्र अजय सिंह और विजय सिंह ने सिरनाम सिंह के घर पर उत्पात मचाना शुरू कर दिया और जब सरनाम सिंह ने उनकी उत्पाद का विरोध किया तो दोनों पक्षों में वाद विवाद उत्पन्न हो गया। जिसके चलते दबंग अजय सिंह और विजय सिंह ने अपने साथियों के साथ दूसरे पक्ष पर पथराव कर दिया और गुस्से में आकर विजय अपने घर के अंदर से एक तमंचा लेकर आया और वहीं से फायर कर दिया जिससे यह गोली शादी समारोह में आए गांव के ही प्रताप सिंह यादव की पुत्र देवेंद्र सिंह तथा उनकी एक रिश्तेदार भगवत सिंह पुत्र मूंगा राम को लगी। इस घटना में दोनों ही व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें परिजन तत्काल थाना जखौरा ले आए।

परिजनों ने लगाए पुलिस पर आरोप

इस मामले में पीड़ित देवेंद्र के पिता प्रताप सिंह का कहना है कि हमारा बेटा देवेंद्र जन्म से ही गूंगा बहरा है। पूरा बहुत सुनता था मगर अब गोली लगने के कारण वह बिल्कुल नहीं सुन रहा है। उसकी कनपटी पर अघोरी का निशान अभी भी मौजूद है। गांव के दबंग विजय सिंह ने तमंचे से फायर किया। जिसकी गोली आकर हमारे बेटे देवेंद्र तथा हमारे एक रिश्तेदार भगवत सिंह को लगी। वहीं घायल का भाई रविंद्र का कहना है कि इस मामले में जब हम अपने घायल भाई को लेकर थाना जखौरा पहुंची तो वहां पर पुलिस ने हमारी एक नहीं सुनी उसके बाद हम जखौरा अस्पताल पहुंचे और उसके बाद वहां से रेफर होकर जिला चिकित्सालय ललितपुर में अपने भाई को इलाज के लिए भर्ती कराया। जिस के संबंध में गोली चलने की पहले हमने पुलिस को दी थी। मगर पुलिस ने ग्राम प्रधान के दबाव में आकर हमारे चाचा से दी हुई तहरीर बदलवा ली और मामला गलत धाराओं में दर्ज करने में लगे हुए है।

इनका कहना यह है

इस मामले में थाना जखोरा थानाध्यक्ष देवेश उपाध्याय का कहना है कि उक्त प्रकरण फर्जी है। रूप सिंह की तहरीर पर उक्त प्रकरण में थाना जखौरा में मु0अ0स0 104/18 धारा 308, 323, 504, IPC बनाम विजय सिंह आदि 04 नफर। गोली चलने की सुच असत्य है आपस में पत्थरों से मारपीट हुई थी। इस मामले में जानने वाली बात है कि पीड़ित पक्ष अपने बयानों में गोली चलने की बात को स्पष्ट रूप से कह रहा है मगर पुलिस उस बात को स्वीकार नहीं कर रही है जो इस मामले में कोई न कोई संशय जरूर पैदा कर रही है।

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