ग्रामीण और तहसीलदार में झगड़ा अमरपुर मंडी में अस्थाई गौशाला बनाई गई, जिसमें 1000 से अधिक छुट्टा जानवर बंद थे। 1 अप्रैल से अमरपुर मंडी को चुनाव के लिए इस्तेमाल किया जाना है। जिला प्रशासन ने अमरपुर मंडी से जानवरों को कल्याणपुरा गौशाला में शिफ्ट करने का फैसला किया। अमरपुर मंडी से 1000 से अधिक जानवरों को ललितपुर बानपुर सड़क के रास्ते कल्याणपुरा गौशाला ले जाया गया। तभी रास्ते में पड़ने वाले ग्राम बिरारी में भूखे जानवर ग्रामीणों के खेत में घुसकर फसल को नष्ट करने लगे। जानवरों के साथ चल रहे तहसीलदार के सामने ग्रामीणों ने विरोध किया, तो बौखलाए तहसीलदार राजेन्द्र बहादुर और गार्ड ने लाठी लेकर ग्रामीणों को मारना शुरू कर दिया। तहसीलदार की लाठी लगने सिर में लगने से ग्रामीण युवक वहीं घायल हो गया। तहसीलदार की इस हरकत पर गुस्साए ग्रामीणों ने ललितपुर बानपुर सड़क को जाम कर दिया और सड़क पर बैठकर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सूचना पर एसडीएम सदर गजल भारद्वाज क्षेत्राधिकारी सदर राजा सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। इस मामले में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजाराम कुशवाहा ने बताया कि जानवरों को अमरपुर मंडी से लेकर कल्याणपुरा गौशाला ले जाया जा रहा था। जानवर हमारे गांव से निकले तो वह भूखे प्यासे जानवर लोगों के घरों और खेतों में टूट पड़े। ग्रामीणों के विरोध करने पर तहसीलदार को गुस्सा आ गया और ग्रामीणों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दिया। इस मारपीट में लगभग आधा दर्जन ग्रामीण घायल हुए जिसमें एक ग्रामीण के सिर में गम्भीर चोटे आई। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दोषी अधिकारी के खिलाफ होगी कार्रवाई हालांकि, इस मामले में एसडीएम सदर गजल भारद्वाज ने अपने अधिकारी का बचाव करते हुए बताया कि चुनावों के मद्देनजर अमरपुर मंडी का अस्थाई गौशाला से कल्याणपुरा गौशाला जानवरों को भेजा जा रहा था। खबर मिली थी कि यहां पर कुछ विवाद हुआ है ग्रामीणों ने कुछ आरोप लगाए हैं जो जांच का विषय है। हालांकि सभी छोटे व्यक्तियों को अस्पताल भेजा जा रहा है एवं जाम लगाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अगर इसमें कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।