वरिष्ठ डॉक्टर अमित चतुर्वेदी जनपद में सन् 2004-05 से अपनी सेवाएं दे रहे थे। वह जिला चिकित्सालय में वरिष्ठ फिजीशियन के पद पर पदस्थ्य थे और जनपदवासियों को अपनी सेवाएं दे रहे थे। कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों को भी अपनी सेवाएं दीं। मरीजों की सेवा करते हुए वह कोरोना संक्रमित हुए थे, जिसके बाद उन्हें जिला चिकित्सालय झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इस दौरान उनकी पत्नी भी इसी महामारी से संक्रमित हुई थी।
दोनों ही पति-पत्नी का इलाज झांसी मेडिकल कॉलेज में चलता रहा और इसी दौरान उनकी पत्नी की करीब एक माह पूर्व मौत हो गई थी। डॉ अमित चतुर्वेदी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था इसलिए उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज से लखनऊ। और फिर लखनऊ से दिल्ली मेदांता रेफर किया गया था। जहां पिछले करीब एक माह से उनका कोरोना का इलाज चल रहा था और दिल्ली मेदांता में इलाज के दौरान उन्होंने बीती रात करीब 1 बजे अंतिम सांस ली। जैसे ही उनकी मौत की खबर फैली उनकी मौत की खबर सुनकर जनपद वासी स्तब्ध रह गए। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर दौड़ पड़ी। वरिष्ठ फिजीशियन जिला चिकित्सालय में पिछले करीब 20 वर्षो से जनपद वासियों को अपनी सेवाएं दे रहे थे। वह अपने मधुर व्यवहार के लिए जाने जाते थे। जिला चिकित्सालय में सीएमएस के पद पर रहते हुए मरीजों की सेवा करते हुए वह कोरोना संक्रमित हो गए थे।