जांच कर कार्रवाई की हुई थी बात इस मामले में जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि ठेकेदार पर कार्रवाई करवाने के लिए जो खबरें समाचार चैनलों और अखबारों के माध्यम से प्रकाशित की गई है, उनका प्रकाशन ठीक नहीं है। जबकि जननी सुरक्षा योजना के नोडल अधिकारी डा. डीसी दोहरे ने भोजन वितरण में अनियमितताओं को कबूला था और उन्होंने जांच कर कार्रवाई की भी बात कही थी।
तय मीनू के आधार पर नहीं मिलता भोजन बता दें कि जनपद का एक रसूखदार ठेकेदार सरकारी अस्पतालों में प्रसूताओं को पौष्टिक आहार वितरण का काम लिए हुए हैं। मगर वह ठेकेदार सरकार द्वारा प्रसूता महिलाओं को भेजे जा रहे पौष्टिक आहार की थाली लगातार चोरी कर रहा है। उन्हें सरकार द्वारा तय मीनू के आधार पर भोजन वितरण नहीं किया जाता है। पौष्टिक आहार वितरण में काफी अनियमितताएं सामने आई हैं, जिन्हें जब प्रशासन से अवगत कराया गया, तब ठेकेदार पर कार्रवाई न कर इसे झूठी खबर करार कर दिया।