किसानों का कहना है कि सरकार तो बिजली दे रही है मगर यहां के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से 50 गांव के किसान बिजली के लिए परेशान हैं। फसल की बुवाई चल रही है पानी की सख्त आवश्यकता है, मगर लाइट ना मिलने की वजह से किसान ना तो अपने खेत की सिंचाई कर पा रहे हैं और ना ही बुबाई कर पा रहे हैं। कई बार जिला प्रशासन से भी इस बात की शिकायत की गई मगर आज तक विद्युत सप्लाई में सुधार नहीं हुआ, जिससे नाराज किसानों ने ललितपुर बाईपास हाईवे पर स्थित 33/11 विद्युत उपकेंद्र पर ताला जड़ दिया और नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे। इस बात की विद्युत विभाग के अधिकारियों को भनक लगते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर किसानों से बातचीत करने में जुटे हुई है।
ऊदल पटेल निवासी मसौरा खुर्द का कहना है कि शासन अपनी मंशा के अनुरूप लगभग 20 घंटे 20 घंटे विद्युत की सप्लाई दे रहा है, मगर विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से किसानों को बिजली की सप्लाई केवल 5 से 7 घंटे ही मिल रही है । जिससे सिंचाई में भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है किसानों की खेत सूख रहे हैं फसलों की बुवाई समय पर नहीं हो पा रही है। इसके पहले उड़द की फसल भी ठीक तरह नहीं हो पाई थी किसान हमेशा परेशान रहा है। कभी मौसम की वजह से और कभी विद्युत विभाग के अधिकारियों की वजह से।
इनका कहना है विद्युत विभाग के जेई राजकुमार का कहना है कि हमें 18 घंटे विद्युत सप्लाई मिल रही है जिसमें से हम 10 से 12 घंटे सप्लाई ग्रामीण क्षेत्रों में दे रहे हैं मगर विद्युत लाइन में फाल्ट की वजह से यह सप्लाई कभी-कभी अवरुद्ध हो जाती है ।
समस्या कुछ भी रही हो मगर इस सारे प्रकरण में नुकसान तो किसान को ही उठाना पड़ रहा है बुंदेलखंड का किसान वैसे तो बहुत ही परेशान है । कभी मौसम की मार झेल रहा है तो कभी अधिकारियों की लापरवाही अब देखने वाली बात यह होगी कि किसानों को अपनी परेशानी से कब तक निजात मिल पाती है ।