कैसे हुई गलती कंपनी ने माना है कि उसके कर्मचारी की गलती की वजह से ऐसा हुआ है। कंपनी के मुताबिक भावदीप सिंह की सैलरी में इजाफे की असल वजह सालाना रिपोर्ट में हुआ टाइपिंग गलती है। दरअसल 2015 में भावदीप सिंह को 3.91 करोड़ रुपये के सालाना पैकेज पर हायर किया गया था, लेकिन कंपनी की 2015-16 और 2016-17 की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में उनकी सैलरी 16.80 करोड़ रुपये हो गई। यही नहीं सिंह को 7.23 करोड़ रुपये का जॉइनिंग बोनस भी मिला था, इसके अलावा 2.5 मिलियन स्टॉक ऑप्शंस भी उन्हें मिले।
दो साल में चार गुना बढ़ी सैलरी इन दो सालों के दौरान सिंह की सैलरी जहां 4 गुना से ज्यादा बढ़ गई, वहीं फोर्टिस का घाटा 2015-16 में 73.5 करोड़ रहा और 2016-17 में बढ़कर 74.7 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के मुताबिक जल्दी ही आने वाली नई रिपोर्ट में बदलाव किया जाएगा। असल में उनकी सैलरी बीते दो सालों में 6 से लेकर 8 पर्सेंट तक बढ़ गई है। यह काफी हद तक देश के कारोबारी माहौल के अनुकूल ही है। आपको बता दें भवदीप सिंह के सीईओ रहते हुए फोर्टिस हेल्थकेयर को 2015-16 में 73.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जबकि अगले साल यानी 2016-17 में ये घाटा बढ़ कर 74.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी पर पहले से ही गड़बड़ियों की जांच चल रही है।