अमरीका और चीन को भी छोड़ा पीछे आपको बता दें कि इस मामले में देश अमरीका और चीन को मिलाने के बावजूद भी आगे है। किसी कंपनी का नाम लिए बिना प्रभु ने कहा कि दुनिया में शीर्ष छह कंपनियां मूल्य वर्द्धन और बाजार में उसके उपयोग के साथ इस आंकड़े का उपयोग कर रही हैं।
होगी सुधारात्मक कार्रवाई इसके साथ ही कृत्रिम मेधा पर आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि नागरिकों की निजता और आंकड़ों पर मालिकाना हक को लेकर सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। भारत डिजिटल आंकड़ें की दुनिया से निपटने के लिए अपनी विधि प्रणाली और नियामकीय रूपरेखा को मजबूत कर रहा है।
सुरेश प्रभु ने दी जानकारी साथ ही मंत्री ने यह भी कहा कि कृत्रिम मेधा आज की प्रौद्योगिकी है, जिसकी इसमें विशेषज्ञता होगी, वह दुनिया पर शासन करेगा। हर देश कृत्रिम मेधा को लेकर रणनीति विकसित कर रहा है और भारत भी इस दिशा में काम कर रहा है। कृत्रिम मेधा के आम वस्तुओं में उपयोग की दिशा में काम जारी है। एक अनुमान के अनुसार भारत में इंटरनेट उपयोग करने वालों की संख्या 50 करोड़ के पार चली गई है।