इन बैंकों ने दर्ज किया मुकदमा
आपको बता दें कि इंडस्ट्रियल एंड कामर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड (ICBC), चाइना डिवेलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना ने साल 2012 में अनिल अंबानी की कंपनी को 925.20 मिलियन डॉलर (करीब 64,750 करोड़ रुपए) का लोन दिया था, जिसे अंबानी ने अपनी पर्सनल गारंटी पर लिया था, जिसका भुगतान अभी तक नहीं किया गया है।
ये भी पढ़ें: BSNL और MTNL के 40,000 से ज्यादा कर्मचारियों नें चुना VRS
डिफॉल्ट घोषित हुई कंपनी
लोन लेते समय अनिल अंबानी ने बैंकों से कहा था कि वह इस लोन की पर्सनल गारंटी लेते हैं, लेकिन कंपनी के डिफॉल्ट घोषित हो जाने के बाद बैंकों ने कंपनी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया। इस मामले पर बोलते हुए अनिल अंबानी ने कहा कि उन्होंने कभी भी निजी संपत्ति को गारंटी के रुप में नहीं रखा। इसके साथ ही उनको पर्सनल कंफर्ट लेटर देने की बात भी कही गई थी।
मुकेश अंबानी ने की थी मदद
आपको बता दें कि अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशन्स लंबे समय से परेशानियों का सामना कर रही है। कुछ समय पहले एरिक्सन ने भी कंपनी पर केस कर दिया था। इस केस से छुटकारा पाने के लिए मुकेश अंबानी ने अपने भाई की मदद की थी और उनके कर्ज का भुगतान किया था।
ये भी पढ़ें: नए साल में बैंक के ग्राहकों को RBI देगा बड़ी खुशखबरी, बंद होगा NEFT पर लगने वाला चार्ज
बैंक ने दर्ज किया केस
इस समय अंबानी ग्रुप पर कर्ज का बोझ बहुत ही बढ़ गया है। इन सभी परेशानियों के बीच चाइनीज बैंक ने भी कंपनी पर लंदन में केस कर दिया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर तक रिलायंस ग्रुप पर 13.2 अरब डॉलर (करीब 93 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज है।