वैश्विक व्यापार समूह मोबाइल ईकोसिस्टम फोरम ने 9 देशों भारत, चीन, ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और नाइजीरिया में 6 हज़ार मोबाइल उपभोक्ताओं के सर्वेक्षण के बाद मोबाइल मनी रिपोर्ट तैयार की है।
रिपोर्ट के अनुसार 78 प्रतिशत लोगों ने गत तीन महीनों के दौरान मोबाइल के जरिये खरीदारी की है और 58 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपनी पसंदीदा चीजें ऑनलाइन शॉपिंग बास्केट में डालने के बाद लेनदेन के समय खरीदारी बीच में ही छोड़ दी।
ऑनलाइन सामान बेचने वालों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है कि वे खरीदारों की पसंद को भुगतान में बदल कर बिक्री को वास्तविक बना पायें। रिपोर्ट के अनुसार खरीदारी को अंतिम समय छोडऩे वाले कुछ लोगों का कहना है कि अंतिम समय उनका मूड बदल गया और उन्होंने खरीदारी छोड दी।
कुछ अन्य का कहना है कि भुगतान की प्रक्रिया बहुत पेचीदा, समय बर्बाद करने वाली और बहुत अधिक जानकारी मांगने वाली थी, इसी वजह से उन्होंने अंतिम समय में खरीदारी छोड़ दी। बीच में खरीदारी छोडऩे वाले 31 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उनसे संवेदनशील सूचनायें मांगी जा रही थीं इस कारण उन्होंने ऐसा किया। कनेक्टिविटि की प्रॉब्लम तथा अन्य तकनीकी कारणों की वजह से 22 प्रतिशत ने तथा भुगतान में लगने वाली देर की वजह से 21 फीसदी ने लेनदेन के समय खरीदारी छोड़ी।
मोबाइल के जरिये की गई खरीदारी में सबसे अधिक भौतिक वस्तुओं की हिस्सेदारी है। गत छह माह के दौरान मोबाइल उपयोगकर्ताओं के द्वारा की गई खरीदारी में 36 प्रतिशत हिस्सा भौतिक उत्पाद, 33 प्रतिशत मोबाइल ऐप का, 30 प्रतिशत डिजिटल केटेंट का, 26 प्रतिशत खाद्य पदार्थों तथा पेय पदार्थों का और 18 प्रतिशत सेवाओं का है।
मोबाइल से की गई खरीदारी के मामले में चीन के लोग अव्वल हैं। चीन में सबसे अधिक 88 फीसदी उपभोक्ता मोबाइल के जरिये लेनदेन करते हैं जिनमें से 47 प्रतिशत मोबाइल ऐप के जरिये खरीदारी करते हैं और 38 प्रतिशत मोबाइल वॉलेट के जरिये।
अमेरिका और ब्रिटेन में 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने मोबाइल के जरिये खरीदारी की है। मोबाइल के जरिये खरीदारी करने वाले सर्वाधिक 41 प्रतिशत लोग वेबसाइट पर जाकर अपनी क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते हैं।
सीधे मोबाइल फोन बिल जैसे चार्ज लगने वाले एसएमएस के जरिये 35 फीसदी लोग, ऐप के जरिये 31 फीसदी लोग जहां ऐप सेवा देने वाला उनकी क्रेडिट कार्ड डिटेल का रिकार्ड रखता है, दुकान में मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल करके 18 प्रतिशत लोग, एयरटाइम ट्रांसफर के जरिये 18 फीसदी लोग और प्लग एंड प्ले के जरिये आठ फीसदी लोग खरीदारी करते हैं।