इसमें एक मोबाइल एप्लीकेशन जरिया बनेगा, जिसके जरिए लैंडलाइन की कॉल मोबाइल से कनेक्ट हो जाएगी। यह एप्लीकेशन प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए विभाग ने राजस्थान में अलग से 1 हजार लैंडलाइन टेलीफोन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर 2999000 से शुरू होकर 2999999 तक होंगे। बीएसएनएल के महाप्रबंधक डी.डी. तोषनीवाल के मुताबिक इससे राजस्थान के लाखों उपभोक्ताओं को सुविधा मिलेगी।
मोबाइल इस तरह बनेगा कॉर्डलैस केवल सादा कागज़ पर इस सेवा से जुडऩे के लिए आवेदन करना होगा। इसके लिए किसी तरह का दस्तावेज देने की जरुरत नहीं । इसके लिए अलग से कोई शुल्क भी नहीं है। इसलिए विभाग तत्काल सेवा शुरू कर यूनिक नंबर आवंटित कर देगा। इसके बाद मोबाइल पर निर्धारित एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा। घर पर लगे लैंडलाइन नंबर और आवंटित नए नंबर व मोबाइल नंबर को इस एप्लीकेशन पर अंकित करके इस सेवा से जुड़ जाएंगे। जब भी लैंडलाइन नंबर पर घंटी बजेगी तो उसकी रिंग मोबाइल पर भी बज उठेगी। ऐसे में यह पूरी तरह कॉर्डलैस की तरह काम करेगा। इनकमिंग और आउटगोइंग दोनों तरह की कॉल होगी।
ख़ास यह है कि इसके जरिए कॉल करने और चार्ज भी लैंडलाइन टेलीफोन के प्लान के आधार पर ही लगेगा। इसके लिए घर में बीएसएनएल का वाई-फाई होना जरुरी है। जब तक बीएसएनएल के सम्बंधित नंबर पर संचालित वाई-फाई की जद में रहेंगे, तभी तक इस सेवा से जुड़े रह सकते हैं। वाई-फाई से कटते ही सेवा स्वत: ही डिस्कनेक्ट हो जाएगी। घर के बाहर रहकर भी मोबाइल को कॉर्डलैस की तरह उपयोग करने का बीएसएनएल ने प्लान बनाया था, लेकिन भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण ने इस मंजूरी नहीं थी। इसे स्वीकृति मिल जाती तो उपभोक्ताओं को दूसरे देश से भी घर के लैंडलाइन नम्बर के जरिए आउटगोइंग व इनकमिंग दोनों तरह की कॉल करने की सुविधा मिल जाती। लेकिन ट्राई ने इससे दुरुपयोग बढऩे की आशंका जताते हुए इसे नहीं माना।
टेलीकॉम सेवा लगातार अपग्रेड हो रही है और बीएसएनएल भी लोगों को लगातार अत्याधुनिक सेवा देने में जुटा है। इस सुविधा से मोबाइल और लैंडलाइन सेवा एक-दूसरे से कनेक्ट होने की बड़ी सुविधा मिलेगी। यह अपने आप में यूनिक सुविधा है।
हरिशंकर शर्मा, प्रधान महाप्रबंधक, बीएसएनएल