इसका कारण जुकरबर्ग के ठीक बगल में रखे एप्पल के लैपटॉप के वेबकैम और माइक पर टेप चिपका होना था। यह आश्चर्यजनक है कि दुनिया भर को सोशल मीडिया का पाठ पढ़ाने वाले मार्क खुद के लैपटॉप के वेबकैम और माइक पर टेप चिपकाकर रखते हैं।
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उस दौरान कई लोगों ने यह भी अनुमान लगाया कि शायद मार्क ने ऐसा हैकरों के डर से किया हो लेकिन ऐसे कई प्रमाण हैं जो यह बताते हैं कि मार्क अपनी कंपनी के अधिकारियों से सीधे मुलाकात करना ज्यादा पसंद करते हैं, बजाए वीडियो कॉलिंग पर बात करने के।
इससे पहले सितंबर 2015 में मार्क ने सोशल साइट्स पर वीडियो अपलोड कर लोगों को अपने ऑफिस के बारे में जानकारी दी थी। यह दुनिया का सबसे बड़ा ओपन प्लान ऑफिस है जहां फेसबुक के सभी अधिकारी खुले में अपनी डेस्क पर बैठते हैं। इसे फ्रैंक ओवन ने डिजाइन किया है।
फेसबुक यूजर्स के लिए बनाया वीडियो कमाल की बात तो यह है कि अगले दिन मार्क ने दुनियाभर से अधिकारियों को बुलाकर लोगों के लिए एक वीडियो बनाया। उनका तर्क था कि इससे हम फेसबुक यूजर्स के लिए एक प्लेटफॉर्म खड़ा कर सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्होंने वीडियो कॉलिंग का इस्तेमाल नहीं किया।
किताबों को देते हैं ज्यादा समय अब सोचने वाली बात यह है कि अगर मार्क को अपने किसी भी टीम मेंबर से मिलना होता है तो वह उसे मिलने ऑफिस बुलाते हैं। मार्क अपने ऑफिस के बारे में भी यही दलील देतेे हैं कि इसे खुला इसलिए बनाया गया है कि यहा लोग एक दूसरे के नजदीक रहकर काम कर सकें।
साथ रहकर एक दूसरे के मनोभावों को समझ सकें। इसके एक अलावा उनकी एक और तस्वीर है जिसमें उनके उनके डेस्क पर कई किताबें दिखाई दे रही हैं। इसका मतलब वे किताबों पर समय ज्यादा देते हैं।