एक जर्मन कंपनी ड्रोन के साथ शहरी यातायात के नए युग में प्रवेश की तैयारी कर रही है। कंपनी ने अपने आविष्कार की मदद से दुनिया के पहले सर्टीफाइड मल्टीकॉप्टर में इंसान को उड़ाने की तैयारी कर ली है।
आम लोग भी कर सकेंगे सफर यह ड्रोन भविष्य में एयर टैक्सी के रूप में भी काम आ सकता है। दूसरे हेलिकॉप्टरों की ही तरह इसमें सीधी टेकऑफ और लैंडिंग होती है। मगर पायलटों के लिए वोलोकॉप्टर वीसी200 को उड़ाना सीखना बेहद आसान होगा।
बिना ड्राइवर के उड़ेगा मल्टीकॉप्टर को केवल एक हाथ या यूं कहें कि केवल एक ज्वॉय स्टिक से उड़ाया जा सकता है। निर्माता मानते हैं कि इस सरल कंट्रोल सिस्टम के कारण उड़ान में मानव त्रुटियों की संभावना कम होगी। इसमें ऑटोमेटिक आल्टीट्यूड कंट्रोल है जिससे वोलोकॉप्टर एक खास ऊंचाई पर बिना ड्राइवर के हाथ लगाए उड़ता रह सकता है।
इको-फ्रेंडली भी इसमें रीचार्जेबल बैटरियां लगाई गई हैं, जो पर्यावरण के लिहाज से एक अच्छी तकनीक है। बैटरी से चलने वाले टू-सीटर वोलोकॉप्टर में 20 से 30 मिनट लंबी उड़ान भरी जा सकती है। इसे ई-वोलो कंपनी ने डिजायन किया है।
टीम ने इसे बनाने की शुरुआत तीन साल पहले की थी। इसे स्पोट्र्स फ्लाइंग के लिए पहले ही सर्टिफिकेट मिल चुका है। हेलिकॉप्टर के ऊपर 18 रोटर लगे हैं, जो बैटरी से चलते हैं। निर्माता इसे अभी तक का सबसे इको-फे्रंडली हेलिकॉप्टर बता रहे हैं।