एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक मुंबई से 15 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी करके फरार हुए नियाज अहमद को लखनऊ में यूपी एसटीएफ ने मुंबई पुलिस के सूचना के बाद गिरफ्तार किया। मूल रूप से आजमगढ़ का निवासी नियाज मुंबई में धोखाधड़ी करने के बाद लखनऊ के विकासनगर, आशियाना काॅलोनी में छुपकर रह रहा था। इस पर मुंबई में 15 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज है। सिंह ने बताया कि निजाय का मूल पता आजमगढ़ होने के चलते मुंबई क्राइम ब्रांच ने यूपी एसटीएफ से सहयोग मांगा था।
एक क्लिक पर पांच रूपये कमाने का लालच
यूपी एसटीएफ और मुंबई पुलिस को संयुक्त कार्रवाई में आरोपी नियाज अहमद के लखनऊ में होने का पता चला। इसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर उसका पीछा कर दबोच लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि नवंबर 2016 में उसने अपने जयपुर में रहने वाले साथी तनवीर से एस.टी.जी. मीडिया के नाम से एक साॅफ्टवेयर तैयार कराया था। इस साफ्टवेयर के माध्यम से एजूकेशनल पैकेज के रूप में 5,750 रूपये से लेकर एक लाख 15 हजार रूपये तक का पैकेज एक वर्ष के लिए बेचा जा रहा था। पैकेज क्रय करने वाले व्यक्ति को प्रति क्लिक पर 5 रुपये बतौर कमिशन के रूप में दिया जाता था। वहीं मेंबर द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को इस चेन में जोड़ेने पर उसे 10 प्रतिशत कमिशन दिया जाता था। ऐसा करते हुए आरोपी ने सोशल साइट के जरिये 5000 लोगों को मेंबर बनाकर लगभग15 करोड़ रूपये की धनराशि पर हाथ साफ कर दिया।
37 अरब का घोटाला खुलने पर हुआ फरार
यूपी एसटीएफ ने 31 जनवरी 2017 को नोएड की कंपनी एबलेज इंफो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सोशल ट्रेड डॉट बिज नाम के पोर्टल द्वारा 37 अरब के घोटाले का खुलासा किया गया था। यह भी पोर्टल के माध्यम से लोगों को क्लिक पर पैसा देने का दावा करते थे। इसी खुलासे के बाद नियाज लोगों से कामाएं 15 करोड़ रूपये लेकर कंपनी बंद कर फरार हो गया। इसके बाद मुंबई में उसके खिलाफ केस दर्ज कराया गया था।