नहीं हो पाई थी भर्ती बता दें कि जनवरी, 2021 में विभाग ने 50 हजार पदों को भरने के लिए आदेश जारी किया और जिलावार भर्ती करने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए विभागीय पोर्टल से आवेदन लिया जा रहा था लेकिन इसमें आर्थिक रूप से पिछड़ों को आरक्षण नहीं दिया गया। पोर्टल में ऐसा कोई कॉलम नहीं था, न ही अभ्यर्थी इस पर अपना प्रमाणपत्र अपलोड कर पा रहे थे। लिहाजा न तो भर्तियां हुईं और न ही भर्तियां स्थगित करने का कोई आदेश जारी हुआ। हालांकि विभाग की वेबसाइट पर अब भी वह लिंक मौजूद है, जिससे आवेदन किया जा सकता है लेकिन अब इसे नए सिरे से करने की योजना है।
पैरामेडिकल स्टाफ की होगी नियुक्ति सीएम ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ हैं। कोविड काल में हम सभी ने पैरामेडिक्स के महत्व को बहुत करीब से समझा है इसलिए स्वास्थ्य विभाग अगले 6 महीने में प्रदेश में 10 हजार पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति करे। यह प्रक्रिया यूपी अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से पूरी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि डॉक्टर-नर्स का अनुपात 1:1 हो। आवश्यकतानुसार योग्य प्रोफेशनल का चयन किया जाए।
100 बेड की हो व्यवस्था योगी ने कहा कि पिछले पांच सालों में 5000 स्वास्थ्य उपकेंद्रों की स्थापना का कार्य हुआ है। अब हमारा लक्ष्य हो कि अगले पांच साल में दस हजार नए उपकेंद्रों की स्थापना हो। इसके अलावा उन्होंने सभी विधानसभा क्षेत्रों में 100 बेड के अस्पताल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। कहा कि विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर चरणबद्ध रूप से इसे क्रियान्वित किया जाए। इसके अलावा हर जनपद में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। अगले दो साल में सभी जनपदों तक इन सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए।