कार्डियोलॉजी संस्थान के कंट्रोल रूम के मुताबिक गुरुवार को इमरजेंसी और ओपीडी में 723 हृदय रोगी आए। इनमें से 41 मरीजों की हालत गंभीर थी। गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज करा रहे 7 हृदय रोगियों की ठंड की वजह से मौत हो गई। 15 मरीजों को मृत अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक ठंड में ब्लड प्रेशर का अचानक बढ़ जाना और खून का थक्का जमना हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक की वजह बनता जा रहा है।
ये भी पढ़ें: बहनोई के निधन के बाद बहन के घर पहुंचे CM योगी, 45 मिनट तक रहे साथ दिल का दौरा पड़ने का खतरा सभी उम्र के लोगों को कार्डियोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर विनय कृष्ण ने कहा कि इस मौसम में मरीजों को ठंड से बचाना चाहिए। लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के एक फैकल्टी सदस्य ने कहा, “इस ठंड के मौसम में दिल के दौरे केवल बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं हैं। किशोरों को भी दिल का दौरा पड़ा है।
कार्डियोलॉजी संस्थान ने जारी किए आंकड़े ठंड की वजह से यहां पर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कार्डियोलॉजी संस्थान ने जो आंकड़े जारी किए है उसके मुताबिक कानपुर में हार्ट अटैक से ज्यादा लोगों की मौतें सामने आई हैं। हृदय रोग संस्थान के डायरेक्टर कृष्णा ने कहा कि कानपुर में शीत लहर का प्रभाव काफी बढ़ गया है। इस वजह से हृदय रोगियों की संख्या बढ़ गई है।
साल की शुरुआत से ही बढ़ी ठंड कानपुर में साल की शुरूआत के साथ ही ठंड बढ़ गई है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 15.2 डिग्री रहा, जो बुधवार के मुकाबले 2 डिग्री ज्यादा था।