सीएम ने दिए राहत पहुंचाने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को आंधी-तूफान और बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलों के अधिकारी नुकसान का आंकलन करते हुए प्रभावितों को अविलम्ब मुआवजा प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए। राजस्व और राहत आयुक्त संजय कुमार ने 40 से 50 लोगों की मौत का अनुमान जताया है। राहत आयुक्त ने बताया है कि बुधवार को आए तूफान में सबसे जयादा आगरा जिला प्रभावित हुआ है। पीड़ितों को 24 घंटे के भीतर राहत मुहैया कराये जाने के निर्देश दिए गए हैं।
45 लोगों की मौत की पुष्टि बताया जा रहा है कि बुधवार रात 132 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से आये आंधी-तूफान ने ग्रामीण इलाकों में अधिक तबाही मचाई है। प्रदेश के दस जिलों में अब तक 45 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। आगरा में 36 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। तूफान का सबसे ज्यादा असर खेरागढ़, फतेहाबाद , पिनाहट और अछनेरा में हुआ है। अलग-अलग जनपदों में 40 से अधिक लोगों के जख्मी होने की भी सूचना है। लगभग 90 मिनट तक आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के कारण सैकड़ों पेड़ और होर्डिंग उखड़कर गिर पड़े। देहात क्षेत्रों में कई मकानों की छतें उड़ गई। खेतों में खड़ी फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। आंधी-तूफ़ान का सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में भी असर देखने को मिला। सहारनपुर में दो लोगों के मौत की सूचना है जबकि मुजफ्फरनगर में आंधी-तूफान से खेतों में कटे पड़े गेंहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
आंधी-तूफ़ान की बनी है संभावना मौसम विभाग ने अभी आंधी-तूफ़ान फिर से आने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक पाकिस्तान के पास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय बना हुआ है। इसका असर लखनऊ और प्रदेश के कई जिलों पर दिखाई पड़ रहा है। कुछ हिस्सों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावनाएं हैं। कानपुर में तेज तूफान आने की संभावना है और बनारस में धूप-छांव की स्थिति रहेगी। गोरखपुर, लखीमपुर, तराई क्षेत्र में हल्की बारिश का अनुमान है।