स्नातक स्तर पर शिक्षा व्यवस्था में सेमेस्टर प्रणाली एक आत्मघाती कदम:ABVP अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्नातक स्तर पर सेमेस्टर प्रणाली का विरोध किया है। मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एबीवीपी ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार मौजूदा परिस्थितियों को संज्ञान में लिए बिना अपने निर्णय के माध्यम से सेमेस्टर सिस्टम के रूप में एक ऐसी व्यवस्था थोपने जा रही है जिससे न सिर्फ प्रदेश के शिक्षण संस्थानों पर प्रक्रियात्मक दबाव बढ़ेगा बल्कि अपनी हीन स्थिति में पड़ी हुई शिक्षा व्यवस्था इस नए व्यवस्था के नीचे दबकर दम तोड़ देगी।
एबीवीपी के मुताबिक, प्रदेश सरकार का मानना है कि सेमेस्टर.सिस्टम से शिक्षा व्यवस्था सुधरेगी जबकि पहले से ही विविध प्रक्रियाओं में उलझे संस्थानों को अधिक प्रक्रियाओं का बोझ डालना बुद्धिमत्तापूर्ण कदम नहीं है। इससे कैम्पसों में प्रवेशए परीक्षा और परिणाम की आवृत्ति बढ़ने से कक्षाओं के लिए बचने वाला थोड़ा बहुत समय भी समाप्त हो जाएगा द्य कक्षाओं के समय से प्रारम्भ न हो पाने के कारण शिक्षक समय से पाठयक्रम पूरा नही कर पाएंगे जिसके कारण शिक्षको एवं छात्रों पर अतरिक्त दबाब बढ़ जायेगा और इसके परिणाम स्वरूप पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण बिंदु छात्रों से अछूते रहे जायेंगे।
सेमेस्टर प्रणाली एवं परीक्षाओ के अतिरिक्त दबाब के कारण छात्रों में लैब से जुड़े प्रयोगात्मक ज्ञान के प्रति रूचि कम हो जाएगी जो शोध के भविष्य की दृष्टि से विचारणीय हैं द्य पाठ्यक्रम को शीघ्र पूरा करने के दबाब में अतिरिक्त कक्षाये संचालित नहीं हो पाएंगी जिसका सीधा प्रभाव कमजोर छात्रों पर पड़ेगा ।इसके अतिरिक्त एक बड़ा मुद्दा बजट का है द्विद्यार्थी परिषद की प्रारंभ से ही मांग रही है कि सरकार अपने बजट का छः प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करे परन्तु इसे लागू नहीं किया गयाए उलटे सरकार द्वारा ष्शिक्षा पर बजटष्लगातार कम किया जा रहा है सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से संस्थानों का खर्च बढ़ता है। सरकार द्वारा सहयोग के अभाव में ये संस्थान खर्च की पूर्ति हेतु छात्रों से अधिक शुल्क वसूल कर करते हैं।
ऐसे में विद्यार्थी परिषद् सरकार द्वारा स्नातक स्तर पर छात्रों के शैक्षणिक एवं वैयक्तिक विकास में बाधक इस सेमेस्टर प्रणाली को लागू करने के निर्णय का घोर विरोध करती है और इस निर्णय को इसी सितम्बर माह में तत्काल वापस लेने की मांग करती है यदि सरकार नहीं मानती है तो विद्यार्थियों के हित में प्रदेशव्यापी आन्दोलन करने से हम पीछे नहीं हटेंगे और सरकार को यह निर्णय वापस लेने को मजबूर कर देंगे।
लॉ यूनिवर्सिटी में चलती क्लास में गिरी दीवार राजधानी स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में चलती हुई क्लास में अचानक ड्राप्ड सीलिंग गिर जाने से हड़कंप मच गया। हादसे में दो छात्र घायल हो गए। घटना स्थल पर मौजूद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे बीएएलएलबी की क्लास चल रही थी। तभी क्लास में पीछे की तरफ फॉल सीलिंग गिर गई, जिसमें दो छात्र घायल हो गए। निर्माण के लिए करोड़ों रुपये का बजट दिया गया था लेकिन फिर भी घटिया निर्माण हुआ। इसे लेकर छात्रों ने भी प्रदर्शन किया लेकिन कोई सुध नहीं ली गई।
मंगलवार शाम को यहीं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्राथमिक स्कूलों में 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटने का कार्यक्रम भी होना था। हालांकि कार्यक्रम ठीक-ठाक निपट गया। पीआरओ अल्का सिंह ने बताया कि फाल्स सीलिंग गिरी। इसका कारण बारिश की वजह से पानी जम गया था और खराब ड्रेनेज सिस्टम के कारण ये घटना हुई। हालांकि उन्होंने कहा कि किसी छात्र को चोट नहीं लगी है। मामले की जांच जल्द की जाएगी।
ये शिक्षक करेंगे शिक्षक दिवस का बहिष्कार मानदेय बंद होने के विरोध में माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक मंगलवार सुबह से लखनऊ के इको गार्डन में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि पांच सितंबर शिक्षक दिवस को वह भिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे और भिक्षा मांगेंगे। माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के महासचिव अजय सिंह एडवोकेट ने कहा कि सरकार ने हमारा मानदेय बंद कर दिया है, जिसके चलते शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने योगी सरकार के इस निर्णय को पक्षपातपूर्ण करार दिया।