लेकिन शिवसेना पक्षप्रमुख व ( Chief Minister Uddhav Thackeray) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा 2018 में दिया गया वह नारा “पहले मंदिर फिर सरकार” आज तक गूंज रहा है।वर्षों से जन्मभूमि परिसर में भगवान रामलला की सेवा में लगे दो-दो सहायक पुजारी व दर्जन भर सुरक्षाकर्मी ( Corona positive) कोरोना पॉजीटिव पाये जाने के कारण मुख्य आयोजन से वंचित हो गये। लेकिन लगातार दो-दो बार कोरोना टेस्ट में निगेटिव आने से अति प्रसन्न सतेंद्र दास ने कहा कि राममंदिर आंदोलन में शिवसेना ने बहुत कुछ काम किया है।
शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे हिंदुत्व को लेकर कभी नहीं झुके। 6 दिसंबर 1992 को उनका जो सहयोग रहा वह राममंदिर आंदोलन के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हो गया है। ( ram janam bhumi) श्रीराम जन्मभूमि स्थान पर बना कलंकित ढांचा जब ढहा तो बड़े-बड़े दिग्गज गायब हो गये थे। जब बाला साहेब ठाकरे ने कलंकित ढांचे के ध्वस्त होने की जिम्मेदारी लिये और कहा कि ढांचा शिवसैनिकों ने गिराया।
हमें उन पर गर्व है तब पुनः पूरे देश मे उत्साह और उमंग की तरंग संचारित हुई। अब जब ( ram mandir) राममंदिर बनने जा रहा है तो यह नहीं भूलना चाहिए कि इस स्थित में पहुंचने में बहुत कुछ बाला साहेब की देन है। मंदिर निर्माण में उन सभी लोगों का योगदान दर्ज है।